धाभाई ने गांधी नगर, मालवीय नगर और सांगानेर क्षेत्र की प्रमुख सड़कों की स्थिति देखी तो कई जगह गंदगी और सीवर लाइन का पानी बहता देख बेहद गुस्सा हो गई। उन्होंने इस मामले में जेईएन और सफाई कर्मचारियों को नोटिस दे दिया। गांधी सर्किल जेएलएन मार्ग से सरस रेलवे ओवरब्रिज पर पहुंची तो वहां उन्हें ओवरब्रिज के किनारे बने पिकॉक गार्डन के पास सीवर लाइन के चैम्बर से पानी बहता दिखा। वहां मौजूद स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां करीब एक महीने से ज्यादा समय हो गया और कई बार शिकायत करने के बाद भी सीवर लाइन ठीक नहीं हुई। इस पर मेयर ने संबंधित क्षेत्र के जेईएन को नोटिस जारी करने और मौके पर काम शुरू करवाकर इसे जल्द से जल्द ठीक करवाने के निर्देश दिए।
23 कर्मचारी गायब मिले वार्ड 134 स्थित हाजिरीगाह पर महापौर ने सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति चैक की तो उपस्थिति रजिस्टर में 33 कर्मचारियों का नाम था, लेकिन मौके पर केवल 10 जनों की ही उपस्थिति थी। शेष 23 कर्मचारियों के नाम के आगे न तो अनुपस्थिति दर्ज थी और न ही छुट्टी की दरख्वास्त। इस पर मेयर ने यहां मौजूद जमादार महावीर और केशव को कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। वार्ड 86 में 20 कर्मचारियों में से केवल 14 ही प्रजेंट दिखे, जबकि 6 कर्मचारियों के आगे न तो उपस्थिति दिखी और न ही छुट्टी की दरख्वास्त। इससे नाराज होकर मेयर ने सफाई निरीक्षक नन्दकिशोर, जमादार हमीद और बाबूलाल को कारण बताओं नोटिस जारी करने के लिए कहा।
17 व्यापारियों के चालान कटवाए महापौर ने सांगानेर क्षेत्र का निरीक्षण किया तो यहां कई जगह गंदगी के ढेर दिखे। इसके अलावा सांगानेर के मैन बाजार में व्यापारियों ने फुटपाथ और रोड तक अतिक्रमण कर रखे थे, जिन्हे हटवाने के निर्देश दिए। इसके अलावा 17 व्यापारियों के चालान काटते हुए उनसे कुल 10 हजार 400 रुपए का फाइन वसूला।