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जयपुर

भूजल स्तर गिरा, बांध सूखे, हैंडपंप भी हो गए नाकारा

जयपुर जिले के पावटा पंचायत समिति की 29 ग्राम पंचायतों में 5 साल से औसत से कम बारिश

जयपुरMay 24, 2018 / 12:38 pm

Deendayal Koli

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भूजल स्तर गिरा, बांध सूखे, हैंडपंप भी हो गए नाकारा

जयपुर

पावटा पंचायत समिति की 29 ग्राम पंचायतों में गत 5 साल से औसत से भी कम बारिश हो रही है। जिसके कारण जल स्तर 800 फीट नीचे चला गया है। क्षेत्र के सभी बाध सूख गए हैं और हैंडपंप नाकारा हो गए हैं। पूरे क्षेत्र में पेयजल के लिए लोग परेशान हैं। जबकि मवेशियों की हालत बदतर होती जा रही है। जानकारी के अनुसार भोनावास दांतिल गुलाबगढ़, पाछूडाला, कूनेड़ सहित एक दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों में भूमिगत जल स्तर काफी गहरा गया है। भोनावास दो किलोमीटर व दांतिल ग्राम में 4 किलोमीटर से अधिक दूर से पानी लाने पर भी जन संकट बरकरार है। यहां हैंडपंपों के खराब होने की शिकायतें बढ़ती जा रही हैं। जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियंता शिशुपाल सिंह सैनी का कहना है कि इस बार गत साल से 25 प्रतिशत अधिक हैंडपंप खराब हुए हैं। जलदाय विभाग ने खराब पड़े हैंडपंपों को शीघ्र सुधारने के लिए अभियान शुरू करने के निर्देश दिए हैं। कुछ हैंडपंप बारिश में दुबारा चालू हो जाते हैं लेकिन बारिश पर्याप्त नहीं हो रही है।
ग्राम पंचायतों को दिए पेयजल मुहैया कराने के निर्देश

पावटा सरपंच संघ अध्यक्ष सूबेदार मामराज सिंह गुर्जर का कहना है कि इस बार गर्मी की भयावता देखते हुए प्रशासन को पेयजल की उपलब्धता के लिए विशेष प्रयास करने होंगे। क्षेत्र में पानी का लगातार अभाव बनने से हर नागरिक त्रस्त है। वहीं पावटा प्रधान रेखा मीणा का कहना है कि आमजन को सहुलियत से पीने का पानी मिले इसके लिए ग्राम पंचायतों को विशेष निर्देश दिए गए हैं। राजनौता ग्राम पंचायत सहित कई ग्राम पंचायतों में पेयजल के लिए राज्य सरकार से विशेष योजनाएं स्वीकृत करवाई हैं।
लगातार कम हो रही बारिश

सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता यशवीर सिंह का कहना है कि सामान्य वर्षा का स्तर 500 से 550 एमएम होता है। क्षेत्र में सामान्य से भी कम बारिश हो रही है। क्षेत्र में लगातार बारिश का प्रतिशत भी कमजोर बना हुआ है जिसके कारण भूमिगत जल स्तर गहराता जा रहा है।
वर्ष दर्ज बारिश
2014 379 एमएम
2015 181 एमएम
2016 542 एमएम
2017 272 एमएम

सबको पानी सुलभ हो इसके लिए टैंकरों की व्यवस्था कर पेयजल किल्लत से राहत देने में कोई कोर कसर नहीं रखी जाएगी। जलदाय विभाग के अधिकारियों को पानी की कमी नहीं हो इसके लिए निर्देशित किया गया है। – सुरेश कुमार चौधरी, उपखंड अधिकारी, कोटपूतली

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