राठौड ने एक बयान जारी कर कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के चलते केन्द्र सरकार की एडवाइजरी पर राज्य सरकार ने आठ जून से रेस्टोरेंट, होटल एवं मॉल्स को खोलने का फैसला किया है जबकि इससे पहले राजस्थान में सारे होटल एवं मॉल्स बंद होने के बावजूद राज्य सरकार ने किन अधिकारों का उपयोग करते हुए 48 घंटे पूर्व होटल खुलवाया और होटल में विधायकों की बाड़ेबंदी कराई गई।
उन्होंने कहा कि राजस्थान के अंदर दो कानून लागू करने की बात करने वाली कांग्रेस सरकार की जितनी भर्त्सना की जाए उतनी कम है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरेआम राजस्थान महामारी अधिनियम का उल्लंघन हो रहा था जिस पर जागरूक लोगों ने जब एफआईआर दर्ज कराने की बात कही तो उनकी एफआईआर दर्ज नहीं की गई।
राठौड़ ने कहा कि इससे ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करने वाली इस सरकार की कलई खुल गई है। आज देश के अंदर बिखरती हुई कांग्रेस को एकजुट करने के लिए जिस प्रकार की बाडाबंदी कांगेस पार्टी को करनी पड़ रही है, उसकी जितनी भत्र्सना की जाए कम है।