पार्टी से बाहर जाकर उदयपुर से चुनाव लडूं तो जमानत भी नहीं बचा सकूंगा-कटारिया
भाजपा विधायकों के चिट्ठी प्रकरण का मामला अब भी शांत नहीं हुआ है। विधायल दल की बैठक में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और विधायक कैलाश मेघवाल के बीच तीखी नोंक—झोंक हुई।
जयपुर। भाजपा विधायकों के चिट्ठी प्रकरण का मामला अब भी शांत नहीं हुआ है। विधायल दल की बैठक में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और विधायक कैलाश मेघवाल के बीच तीखी नोंक—झोंक हुई। मामले को लेकर गुरुवार को विधानसभा के बाहर कटारिया ने कहा कि मैं सोचता हूं कि जिस प्रकार का घटनाक्रम हुआ है। किसी का सोचा समझा हुआ है। मगर बीजेपी किसी व्यक्ति के आधार पर चलने वाली पार्टी नहीं है। अगर गुलाबचंद कटारिया में भी दम हो तो पार्टी के बाहर उदयपुर का चुनाव लड़ ले, जमानत नहीं बचा पाएगा। उन्होंने कहा कि मैं सामान्य कार्यकर्ता हूं। मैं मांगने के लिए नहीं जाता और ना ही कभी गया। पार्टी जो भी उचित समझकर काम दे मैं करूंगा। कभी कोई सिफारिश नहीं। मैं सामान्य सा व्यक्ति हूं, मेरे ऐसी कोई पहचान नहीं है।
आपको बता दें कि विधानसभा में बोलने नहीं देने का आरोप लगाते हुए 20 विधायकों ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को चिट्ठी लिखी थी। जिसमें सीधे तौर पर कटारिया और राजेंद्र राठौड़ पर हमला बोला गया था। इस मामले में प्रदेश प्रभारी ने भी रूष्ट विधायकों से चर्चा की थी। इसके बाद विधायक दल की बैठक में कटारिया और कैलाश मेघवाल के बीच नोंक—झोंक हुई थी, जिसमें कटारिया ने पद छोड़ने की बात तक कही थी।