‘जपयो जिन अर्जुन देवगुरू फिर संकट जाने गरभ न आयो’
घरों पर ग्रुप बनाकर व्हाट्सएप, कॉन्फ्रेंस कॉल और गूगल डूओ पर किए
‘जपयो जिन अर्जुन देवगुरू फिर संकट जाने गरभ न आयो’
जयपुर। सिख धर्म के प्रथम शहीद और पांचवें गुरु ‘गुरु अर्जुन देव ‘ का शहीदी दिवस 26 मई को है। शहीदी दिवस को समर्पित, सुखमनी सेवा सोसायटी, गुरुद्वारा नेहरू नगर की संगत ने 40 दिन गुरुजी की बाणी ‘सुखमनी साहिब’ के पाठ किए। ये पाठ 15 अप्रेल को शुरू किए गए। आज रविवार को इनका समापन किया गया। खास बात यह है कि लॉकडाउन के कारण इस वर्ष पाठ गुरुद्वारे में नहीं करके सिख समाज ने अपने घरों पर ग्रुप बनाकर व्हाट्सएप, कॉन्फ्रेंस कॉल और गूगल डूओ पर किए। घर पर ही ठंडे शर्बत का प्रसाद भी बनाया गया। सिख समाज की मानें तो गुरुजी ने लोगों को विनम्र रहने व परमेश्वर की रजा में राजी रहने का संदेश दिया था। जो आज के समय में सबके लिए अति आवश्यक है। गुरु अर्जुन देव को शहीदों के सरताज, शांति पुंज व ब्रह्मज्ञानी भी कहा जाता है। मुगल बादशाह जहांगीर ने यातनाएं देकर गुरुजी को शहीद किया था।