रैली कहां होगी? इस पर उन्होंने कहा कि रैली में 15 लाख लोग आएंगे, इसलिए रैली के लिए जगह तलाशी जा रही है। किरोड़ी लाल मीणा से किसी तरह की बातचीत पर हनुमान बेनीवाल ने कहा कि उनसे मेरे अच्छे संबंध रहे हैं, लेकिन वर्तमान में उनसे किसी तरह की बातचीत नहीं होती।
घनश्याम तिवाड़ी भी भाजपा के खिलाफ लड़ रहे हैं, उनसे बात होती रहती है। रैली के बाद सभी मिलकर बैठेंगे। उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ती है तो 50+ सीटें जीत सकती है, जबकि गठबंधन करने के बाद सीटों की संख्या 100 पार हो जाएगी।
बेनीवाल ने कहा कि हमारी रैलियों के चलते सरकार ने किसानों का 50 हजार रुपए का कर्ज माफ किया व स्टेट हाइवे से टोल हटाया। साथ ही भाजपा को किसानों के लिए बिजली को लेकर घोषणा करनी पड़ी । कांग्रेस को बेरोजगारी भत्ता याद आ गया।
मालूम हो कि 2008 में भाजपा के टिकट पर खींवसर से विधायक चुने गए बेनीवाल की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से नहीं बनी और वह अलग हो गए। साल 2013 में वह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीते। बेनीवाल मौजूदा मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले तीन बड़े पूर्व भाजपा नेताओं में से एक हैं।
दो अन्य नेता घनश्याम तिवाड़ी और किरोड़ी लाल मीणा रहे। भाजपा ने मीणा को तो वापसी के लिए मना लिया, लेकिन तिवाड़ी ने भाजपा से अलग होकर अपनी पार्टी भारत वाहिनी पार्टी बना ली। बेनीवाल हाल ही में नागौर, बाड़मेर, बीकानेर और सीकर में बड़ी किसान हुंकार रैलियों के जरिए अपना शक्ति प्रदर्शन कर चुके हैं।