श्रीलंका में लिट्टे ने धर्मनिरपेक्ष राष्ट्रवादी होने का दावा किया, लेकिन लंबे युद्ध के दौरान उसने कई बौद्ध मंदिरों पर हमला किया और हजारों मुसलमानों को मार डाला। इस बीच श्रीलंकाई राजनीति बौद्ध और सिंहली पहचान और सैन्यकरण पर केंद्रित हो गई और मुस्लिम विरोधी दंगों का नतीजा अब भयानक रूप में सामने आया है। आप श्रीलंका की तरह उचित सामंजस्य बनाए बिना अतीत के बल पर आगे नहीं बढ़ सकते।