कविराज साधूराम और शंकरलाल शर्मा की भट्टियों से नमूने लेकर इन्हें नोटिस जारी किया। टीम ने एक दर्जन भटिटयों का निरीक्षण किया और परमानंद मावा भट्टी पर 25 किलो मावा नष्ट कराया। यहां से संदिग्ध घी का नमूना भी लिया गया। मौके पर वनस्पति और रिफाइंड सोयाबीन तेल के खाली टिन भी मिले हैं। यहां बन रहा मावा असली मावे की तरह ही करीब 200 रुपए प्रति किलो में बेचने की जानकारी मिली। गौरतलब है कि दीपावली और होली के त्योहार की वजह से पनीर और दूध के अन्य प्रोडक्टस की मांग बढ़ गई जाती है और साथ ही तगड़ा मुनाफा कमाने के चक्कर में मिलावट खोर सक्रिय हो जाते हैं।
सूजी-रिफाइंड तेल से तैयार किया मिल्क केक
टीम ने दूसरी कार्रवाई शाहपुरा स्थित जोधपुर मिष्ठान भंडार पर की। यहां अलवर से मिलावटी मिल्क केक मंगवाया था, जो सूजी-रिफाइंड तेल से तैयार किया था। नमूना लेकर 50 किलो मिल्क केक नष्ट कराया। फर्म मालिक जितेन्द्र राजपुरोहित ने बताया कि इस मिल्क केक को वह 150 रु. प्रति किलो में खरीदकर 300 रुपए प्रति किलो बेचता था। यह मुख्यत: अलवर के खैरथल, रामगढ़ से आता है। इसे सूजी-सस्ते रिफाइंड तेल से बनाया जा रहा था।
टीम ने दूसरी कार्रवाई शाहपुरा स्थित जोधपुर मिष्ठान भंडार पर की। यहां अलवर से मिलावटी मिल्क केक मंगवाया था, जो सूजी-रिफाइंड तेल से तैयार किया था। नमूना लेकर 50 किलो मिल्क केक नष्ट कराया। फर्म मालिक जितेन्द्र राजपुरोहित ने बताया कि इस मिल्क केक को वह 150 रु. प्रति किलो में खरीदकर 300 रुपए प्रति किलो बेचता था। यह मुख्यत: अलवर के खैरथल, रामगढ़ से आता है। इसे सूजी-सस्ते रिफाइंड तेल से बनाया जा रहा था।