1 प्राचीन कल से हमारे आयुर्वेद में योग को खास महत्व दिया गया है। नियमित रूप से योग कर आप जिंदगी भर निरोगी रह सकते है। जिससे स्वास्थ्य के कई सारे दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है। इसके लिए कुछ दिनों के लिए योग की ट्रेनिंग के बाद आप घर पर ही नियमित रूप से योग कर सकते हैं।
2 ध्यान मस्तिष्क के लिए आज बेहद जरूरी है। ध्यान एक साधारण, लेकिन शक्तिशाली तकनीक है, जो आपके मस्तिष्क को शांत और स्थिर रखती है।
3 दूसरा नियम आपकी आदत से जुड़ा है। अक्सर हम पानी भी जल्दबाजी में पीते हैं। जबकि पानी इतना धीरे पीएं कि मुंह की लार पेट में जाए। लार जब पेट के तत्वों से मिलती है तो कोई भी बुरा प्रभाव न्यूट्रल हो जाता है। यही सबसे आदर्श स्थिति है।
4 आज जीवन में तनाव का स्तर काफी बढ़ गया है। इसका नकारात्मक प्रभाव उनके शारीरिक-मानसिक स्वास्थ्य तथा जीवन की गुणवत्ता पर पड़ रहा है। इसलिए जरूरी है कि मिनिमम स्ट्रेस, मैक्सिमम स्माइल के रूल को फॉलो करें।
5 जल्दबाजी में काम करना हर किसी की आदत बन गई है, लेकिन इस जल्दबाजी में अपना वजन बढ़ने को अनदेखा न करें। यह कई बीमारियों को अपने साथ लाता है। यह स्वास्थ्य के सर्वाधिक 10 खतरों में से एक है।
6 कितने भी जरूरी काम हो, अपने सोने-जागने का एक नियमित बनाने की कोशिश करें। अगर हर दिन एक निश्चित समय पर सोएंगे और जागेंगे, आप अधिक ऊर्जावान और तरोताजा अनुभव करेंगे। अगर आप अपने स्लीप पैटर्न को बदलना चाहते हैं तो धीरे-धीरे 15 मिनट का बदलाव करके बदलें।
7 सोने के साथ ही खाने का भी एक नियत समय बना लें, जिससे आपका शरीर उस समय तक ऊर्जा का स्तर बनाए रखने का आदी हो जाएगा।
8 जिंदगी से तालमेल बैठाने के लिए स्वस्थ और ऊर्जा से भरपूर होना जरूरी है। इसके लिए एक्सरसाइज करें। फिट तो आप रहेंगे ही, साथ ही मानसिक शांति भी प्राप्त होती है। एक्सरसाइज आपके जीवनकाल को 3 साल बढ़ा सकती है।
9 संतुलित और पोषक भोजन का सेवन करें। इससे न केवल बीमारियों से बचेंगे, बल्कि स्वस्थ और ऊर्जावान भी बने रहेंगे। अपने भोजन में फल, सब्जियों, साबुत अनाज और तरल पदार्थो को उचित मात्र में शामिल करें।
10 और सबसे जरूरी हैं, आपके रिश्ते। अच्छी सेहत के लिए खुशहाल रिश्ते जरूरी हैं। अपने रिश्तों को महत्व दें। सामाजिक रूप से सक्रिय रहना अवसाद और तनाव से दूर रखता है। अपने बच्चों के साथ बैठें और उनसे दिन के बारे में चर्चा करें।
तो इन नियमों को फॉलो कर आप अपनी सेहत ही नहीं जिंदगी को बेहतर बना सकते हैं। यह नियम इतने भी मुश्किल नहीं हैं। आप इन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल करें और फर्क महसूस करें।
2 ध्यान मस्तिष्क के लिए आज बेहद जरूरी है। ध्यान एक साधारण, लेकिन शक्तिशाली तकनीक है, जो आपके मस्तिष्क को शांत और स्थिर रखती है।
3 दूसरा नियम आपकी आदत से जुड़ा है। अक्सर हम पानी भी जल्दबाजी में पीते हैं। जबकि पानी इतना धीरे पीएं कि मुंह की लार पेट में जाए। लार जब पेट के तत्वों से मिलती है तो कोई भी बुरा प्रभाव न्यूट्रल हो जाता है। यही सबसे आदर्श स्थिति है।
4 आज जीवन में तनाव का स्तर काफी बढ़ गया है। इसका नकारात्मक प्रभाव उनके शारीरिक-मानसिक स्वास्थ्य तथा जीवन की गुणवत्ता पर पड़ रहा है। इसलिए जरूरी है कि मिनिमम स्ट्रेस, मैक्सिमम स्माइल के रूल को फॉलो करें।
5 जल्दबाजी में काम करना हर किसी की आदत बन गई है, लेकिन इस जल्दबाजी में अपना वजन बढ़ने को अनदेखा न करें। यह कई बीमारियों को अपने साथ लाता है। यह स्वास्थ्य के सर्वाधिक 10 खतरों में से एक है।
6 कितने भी जरूरी काम हो, अपने सोने-जागने का एक नियमित बनाने की कोशिश करें। अगर हर दिन एक निश्चित समय पर सोएंगे और जागेंगे, आप अधिक ऊर्जावान और तरोताजा अनुभव करेंगे। अगर आप अपने स्लीप पैटर्न को बदलना चाहते हैं तो धीरे-धीरे 15 मिनट का बदलाव करके बदलें।
7 सोने के साथ ही खाने का भी एक नियत समय बना लें, जिससे आपका शरीर उस समय तक ऊर्जा का स्तर बनाए रखने का आदी हो जाएगा।
8 जिंदगी से तालमेल बैठाने के लिए स्वस्थ और ऊर्जा से भरपूर होना जरूरी है। इसके लिए एक्सरसाइज करें। फिट तो आप रहेंगे ही, साथ ही मानसिक शांति भी प्राप्त होती है। एक्सरसाइज आपके जीवनकाल को 3 साल बढ़ा सकती है।
9 संतुलित और पोषक भोजन का सेवन करें। इससे न केवल बीमारियों से बचेंगे, बल्कि स्वस्थ और ऊर्जावान भी बने रहेंगे। अपने भोजन में फल, सब्जियों, साबुत अनाज और तरल पदार्थो को उचित मात्र में शामिल करें।
10 और सबसे जरूरी हैं, आपके रिश्ते। अच्छी सेहत के लिए खुशहाल रिश्ते जरूरी हैं। अपने रिश्तों को महत्व दें। सामाजिक रूप से सक्रिय रहना अवसाद और तनाव से दूर रखता है। अपने बच्चों के साथ बैठें और उनसे दिन के बारे में चर्चा करें।
तो इन नियमों को फॉलो कर आप अपनी सेहत ही नहीं जिंदगी को बेहतर बना सकते हैं। यह नियम इतने भी मुश्किल नहीं हैं। आप इन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल करें और फर्क महसूस करें।