Lockdown: लॉकडाउन से उद्योगों को भारी नुकसान, रोजी-रोटी का संकट खड़ा
कोरोना वायरस ( Corona virus ) की दूसरी लहर देश में अपनी चरम सीमा पर पहुंच चुकी है, कई जगहों पर हालात नाजुक बने हुए है, ऐसे में केंद्र एवं राज्य मिलकर कोरोना से बचाव हेतु हर संभव प्रयास कर रही है। लेकिन, इस दौरान लगने वाले लॉकडाउन ( lockdown ) के कारण उद्योगों ( industries ) को भारी क्षति पहुंचा रहा है। दूसरी तरफ राज्य के गरीब परिवारों पर रोजी-रोटी का संकट ( livelihood crisis ) खड़ा हो गया है।
Lockdown: लॉकडाउन से उद्योगों को भारी नुकसान, रोजी-रोटी का संकट खड़ा
जयपुर। कोरोना वायरस की दूसरी लहर देश में अपनी चरम सीमा पर पहुंच चुकी है, कई जगहों पर हालात नाजुक बने हुए है, ऐसे में केंद्र एवं राज्य मिलकर कोरोना से बचाव हेतु हर संभव प्रयास कर रही है। लेकिन, इस दौरान लगने वाले लॉकडाउन के कारण उद्योगों को भारी क्षति पहुंचा रहा है। दूसरी तरफ राज्य के गरीब परिवारों पर रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
मुख्यमंत्री ने मौजदा हालातो को देखते हुए सख्ताई शुरू कर दी है, इसलिए राजस्थान में शाम 5 बजे से रात्रि कफ्र्यू तथा वीकेंड कफ्र्यू की घोषणा की है, जो की उधोग व व्यापार जगत के साथ-साथ प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए भी हितकारी नहीं है।
फोर्टी अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने बताया कि आज के इन मुश्किल हालातों एवं कठिन समय में सभी सुरक्षा नियमों की पलना करवाते हुए सरकार को इस तरह के कोई विकल्प खोजने चाहिए, जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी नुकसान ना पहुचें और इस महामारी से भी बचा जा सके।
व्यापारी वर्ग का देश की अर्थव्यवस्था में बड़ा महत्वपूर्ण योगदान रहता है अगर व्यापारी ही नहीं रहेगा तो राजस्थान ही नही बल्कि सम्पूर्ण देश की अर्थव्यवस्था डामाडोल हो जाएगी, चूंकि मजदूर वर्ग कोविड-19 की मार गत एक वर्ष से झेल रहा है दोबारा लॉकडाउन से मजदूरों का पलायन चालू हो जाएगा, जो की काफी मुश्किल से वापस आए थे। पुन:ऐसी स्थिति आई तो हालात बेकाबू हो जाएंगे। अंत: सरकार से अनुरोध है कि बाजार बंद करने या कफ्र्यू लगाने के बजाय जो लोग बेवजह घर से बाहर निकलते है उन लोगो को रोके इसी तरह के दूसरे ऊपाय करे व जागरूकता फैलाये।
Home / Jaipur / Lockdown: लॉकडाउन से उद्योगों को भारी नुकसान, रोजी-रोटी का संकट खड़ा