दुनियाभर में इस चाय का सबसे ज्यादा सेवन किया जाता है। कैमोमाइल के फूलों की नेचुरल मिठास एवं एप्पल फ्लेवर तनाव दूर करने में कारगर है। कैमोमाइल को मैग्नीशियम का भी अच्छा सोर्स माना गया है। यह बॉडी को रिलैक्स करने के साथ ही पिंक आई की समस्या को भी दूर करती है। इस चाय के सेवन से हार्ट संबंधी समस्याओं की भी रोकथाम की जा सकती है। इस तरह हार्ट हेल्दी भी है ये टी।
हाई न्यूट्रिशंस वाली यह चाय महिलाओं के लिए विशेष फायदेमंद होती है। यह हार्मोंस को बैलेंस करने के साथ ही त्वचा के लिए भी लाभकारी है। चिकित्सक की सलाह से आप गर्भावस्था के दौरान इस चाय का सेवन कर सकते हैं। यह मैग्नीशियम, पोटेशियम एवं विटामिन बी का अच्छा स्रोत है।
एब्डोमिनल गैस एवं ब्लोटिंग के लक्षणों को कम करने के लिए पुदीने की चाय बहुत कारगर है। इतना ही नहीं, मसल्स स्पाज्म की समस्या से राहत पाने में भी यह चाय उपयोगी हो सकती है। पुदीने की चाय में पाए जाने वाले पोषक तत्व शरीर को कई तरह के रोगों से बचाने में लाभकारी हो सकते हैं।
जिंजर टी न सिर्फ सर्दी-जुकाम की समस्याओं से राहत देती है, बल्कि गठिया में दर्द और सूजन को भी कम किया जा सकता है। कुछ अध्ययनों के अनुसार अदरक में कोशिकाओं की सूजन को कम करने का गुण होता है। पेट संबंधी समस्याओं से राहत पाने में भी इस चाय को लाभकारी माना जाता है। मुधमेह रोगियों को भी जिंजर हर्बल टी का सेवन करना चाहिए।
जड़ी-बूटियों से बनी हर्बल टी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती है लेकिन किसी खास अवस्था जैसे गर्भावस्था एवं किसी रोग की स्थिति में हर्बल टी का सेवन करने से पहले चिकित्सक की सलाह अवश्य ले लें। यदि आपको किसी जड़ी-बूटी से एलर्जी है तो उससे बनी चाय का सेवन करने से बचना चाहिए। व्हाइट टी का ज्यादा सेवन करना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है।