इसी तरह भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने राजस्थान के इतिहास, संस्कृति और पर्यटन की बात करते हुए कहा कि हम सत्ता में नहीं हैं, लेकिन जो भी बन पड़ेगा प्रदेश हित के लिए हम साथ काम करेंगे। उन्होंने दी राजस्थान एसोसिएशन यूके के
मंच से एसोसिएशन से आग्रह किया कि हमें केवल व्यवसायिक हित ही नहीं वरन राजस्थान की संस्कृति, कला और सभ्यता के क्षेत्र में भी कार्य करना चाहिए। पूनिया ने पीएम मोदी को वैश्विक मंच पर प्रवास करके प्रवासी भारतीयों को एकजुट करने के लिए बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने प्रवासी भारतीयों को एकजुट करके देश हित के साथ ही सामाजिक और व्यावसायिक कार्यों में भी उनकी भूमिका बढ़ाने का आग्रह किया, जिसे प्रवासी भारतीयों ने स्वीकार भी किया है।
पूनिया ने सम्मेलन को प्रीत जहां की रीत सदा, मैं गीत वहीं के गाता हूं की पहली पंक्ति गाकर किया। उन्होंने अपने भाषण में पन्नाधाय, महाराणा प्रताप, पद्मावती आदि की भी चर्चा की।