जानकारी के मुताबिक, इस बार दशहरा के दौरान यहां के आदर्शनगर मैदान में 100 फीट का रावण और 95 फीट का मेघनाथ दहन के लिए तैयार है। लेकिन इस दहन के पीछे खास बात ये है कि यहां जो रावण और मेघनाथ का पुतला दहन के लिए बनाया गया है, उस पुतले को बनाने का काम एक मुस्लिम परिवार पीछले पांच पीढ़ियों से करती आ रही है। तो वहीं दशहरा को
ध्यान में रख रावण का पुतला तैयार करने लिए यह परिवार एक महीने पहले ही आकर काम की शुरुआत कर में लग जाते हैं।
यह मुस्लिम परिवार ना केवल रावण का पुतला तैयार करता है, बल्कि बात करें सामाजिक और साम्प्रदायिक सौहार्द की तो इन्हें इसका प्रतीक भी कह सकते हैं। इस साल जयपुर के रावण को बनाने के मथुरा से आए लक्खूभाई का परिवार को रावण बनाने के लिए ही जाना जाता है। वहीं पिछले लगभग 20 सालों से यहां रावण का पुतला बनाने आ रहे बुजुर्ग कारीगर हनीफ भाई के मुताबिक, इस बार शहर के राजापार्क में बने रावण का दस मुखी रावण का ताज लोगों के लिए खासा आकर्षक का केंद्र होगा। क्योंकि इससे पहले ऐसा ताज कभी नहीं बना था।
तो वहीं विधाधर नगर में इस साल बनया गया रावण का पुतला सबसे बड़ा बताया जा रहा है। जहां विघाधर नगर स्टेडियम में 110 फीट का रावण और 80 फीट के मेघनाथ और कुंभकरण के पुतला दहन के लिए बनाया गया है। इसके अलावा आज राजधानी के कई बड़े जगहों पर रावण दहन के साथ कार्यक्रमों का भी आयोजन रखा है। जहां कई बड़े नेता और गणमान्य बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे।