एक दिवस के लिए शहर की प्रथम नागरिक बनने वाली इशिता ने एक नोट जारी करके शहर की सफाई को अपनी प्राथमिक जिम्मेदारी और लक्ष्य बताया। बोलने में असक्षम इशिता की ओर से जारी नोट के अनुसार शहर को साफ रखने के लिए उसका नारा हर कदम स्वच्छता की ओर रहेगा।
एक दिन की मेयर बनी इशिता महापौर के वार्ड निवासी बनवारी लाल जाजोरिया की 8 साल की बेटी है। वह दुर्लभ बीमारी से पीडित है। अपनी बेटी को एक दिन की महापौर बनने पर पिता बनवारी लाल और माता ममता भावुक हो गए।
महापौर मुनेश गुर्जर ने जब हेरिटेज निगम में महापौर का पद संभाला है, तभी वे अधिकारियों और पार्षदों के साथ वार्डों का दौरा कर सफाई, लाईट एवं अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लेने क्षेत्र में निकली। गत 30 दिसम्बर को महापौर मुनेश गुर्जर अपने वार्ड के रामराजपुरा कॉलोनी का निरीक्षण करने पहुंची थी तो वहां बनवारीलाल जाजारिया ने महापौर को बताया कि उसकी 8 वर्षीय मासूम बच्ची एक दुर्लभ बीमारी से ग्रसित है। आर्थिक स्थिती कमजोर होने से वे उसका इलाज करवाने में सक्षम नहीं है। इस पर महापौर ने मानवीयता का परिचय देते हुए उस बच्ची को गोद लिया और उसकी पढ़ाई और इलाज आदि का खर्चा उठाने का निर्णय लिया।
महिला दिवस के मौके पर महापौर मुनेश गुर्जर ने घोषणा कि वे रोजाना दोपहर 3 बजे से 3.30 बजे तक आधे घंटे केवल महिलाओं की सुनवाई करेंगी। मुनेश गुर्जर ने बताया कि वो खुद एक महिला महापौर है, ऐसे में महिलाओं के सम्मान में महिलाओं की सुनवाई का निर्णय लिया है।