इन दिनों सुबह 10 बजे ही तेज गर्मी पड़ रही है। पिछले दो दिन से पारा 40 से आस-पास ठहरा हुआ है। 2016-2017 के तापमान को छोड़ बाकी 2009 से अभी तक के सालों में इस मार्च का तापमान सबसे ज्यादा रहा।
विभाग का कहना है कि 31 मार्च को पूर्वी राजस्थान के उदयपुर, टोंक, सवाईमाधोपुर, कोटा, जयपुर, चित्तौडगढ़, बूंदी, अलवर और पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर, जैसलमेर, चूरू, बीकानेर, बाड़मेर में लू के आसार है। पिछले कुछ दिनों से अधिकतम तापमान में लगातार बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है।
बता दें कि राजस्थान में पिछले दस दिनों की बात की जाए तो तापमान में भारी बढ़ोतरी देखी गई है। जहां होली से पहले तापमान कम था और सुबह व शाम के वक़्त हल्की ठंड का अहसास होता था, वहीं दिन में अब तेज धूप शरीर झुलसा रही है। ऐसे में तापमान बढ़ने से गर्मी का असर बढ़ा है। राजधानी में दिन में तो गर्मी से इतना बुरा हाल है कि लोग सड़कों पर से निकलने में कतरा रहे हैं। शनिवार को दिन और रात में गर्म हवाएं चली जिससे रात को भी लोगों को राहत नहीं मिली।
इसलिए अचानक बढ़ा तापमान मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर सहित गुजरात, मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र में विपरीत हवा का चक्रवात बना है। 4.5 किमी के ऊपर पश्चिमी हवाओं का बहाव देखा जा रहा है। इसके चलते पारा अचानक ऊपर आया है।
30 मार्च को दिनभर ऐसे बढ़ा तापमान
समय तापमान डिग्रीसुबह – 5.30 – 25
सुबह – 8.30 – 30.4
सुबह – 11.30 – 36.0
दोपहर – 2.30 – 39.0
शाम – 5.30 – 38.0
मार्च में ये रहा पारा
साल अधिकतम तापमान2019 – 40.1
2018 – 39.4
2017 – 41.4
2016 – 40.2
2015 – 37.8
2014 – 35.6
2013 – 35.9
2012 – 38.4
2011 – 38.0
2010 – 39.7
2009 – 37.7 डिग्री तापमान रहा।