डॉ प्रशांत शर्मा ने बताया कि यह डांडा भक्त प्रहलाद का प्रतीक है। होली दहन से ठीक पहले इसे सुरक्षित निकाल लिया जाता है। होली का आगाज डांडा रोपण से ही हो जाता है।
माघ शुक्ल पूर्णिमा पर शनिवार को होली (Holi festival) का डांडा रोपा गया। परकोटे में खजाने वालों का रास्ता स्थित बद्रीनाथजी के चौक में होली का डांडा रोपा गया। इसके साथ ही शहर में अन्य जगहों पर होली डांडा रोपकर परंपरा निभाई गई। दौरान होली के गीत गाए गए। वहीं रविवार से फाल्गुन मास शुरू होगा। इसके साथ ही शहर में फागोत्सव (Phagotsav) का उल्लास शुरू होगा।
जयपुर•Feb 27, 2021 / 10:24 pm•
Girraj Sharma
Jaipur : होली का डांडा रोपा, गूंजे होली के गीत