पुलिस ने बताया कि जब मामला दर्ज कराया उस दौरान आरोपी पीडि़त के फोन पर रुपए देने के लिए दबाव बना रहे थे। इसमें कभी दौसा, कभी कानोता, कभी सिकंदरा और बांदीकुई आकर रुपए देने के लिए धमकाया जा रहा था। इसके अलावा महिला सरोज बैरवा भी पीडि़त को कॉल कर ढ़ाई लाख रुपए अलग से मांग रही है।
जब मोबाइल पर आरोपी बुलाते उस जगह पर पुलिस सादा कपड़ों में पहले ही पहुंच रही थी। एेसे ही एक जगह पर पुलिस ने मुख्य आरोपी बरखेड़ा निवासी सरोज बैरवा, बांदीकुई बास बिवाई निवासी अजय उर्फ लोकेश उर्फ टाईगर शर्मा और दौसा के भांडारेज मोड निवासी हरकेश बैरवा को गिरफ्तार कर लिया।
मामले की मुख्य सरगना सरोज पूर्व में पैसे लेकर कोर्ट में जमानत देती थी। इसने दौसा में एक एनजीओ भी चलाया। इस दौरान उसकी दोस्ती अजय और मिठालाल से हो गई। साजिश रचकर लोगों को फंसाकर उनसे रुपए एेंठने की योजना बनाई। इसमें अजय सरोज का नकली देवर बनकर शिकार को बलात्कार का मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देता और एवज में रुपए मांगता।