उन्होंने कहा कि इस दुनिया को रहने के लिए एक बेहतर जगह बनाने में विश्व में शांति की संस्कृति का निर्माण करने में और मानव के सुख को अगले स्तर तक ले जाने में उनके उत्कृष्ट कार्यों और योगदान को सराहते हुए उन्हें मानद उपाधि प्रदान करते हुए हम गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। इस दौरान सोका गकाई के अध्यक्ष डॉक्टर हरादा ने डॉ. इकेदा की ओर से स्वीकृति पत्र को पढ़ा जिसमें डॉ. इकेदा ने शिक्षा के महत्व पर बल देते हुए कहा कि शिक्षा का अंतिम उद्देश्य हर व्यक्ति की खुशी, समृद्धि और उन्नति करना है। शिक्षा के क्षेत्र में बुद्धिमता और कुशलता से किए गए अथक प्रयासों में सारी सीमाओं से परे विश्व और सम्पूर्ण मानवता के भविष्य की नई रूपरेखा सुनिश्चित करने की क्षमता निहित है। कार्यक्रम में भारत सोका गकाई के अध्यक्ष विशेष गुप्ता ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में एसजीआई के प्रमुख प्रतिनिधियों के युवा प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया। आपको बता दें कि डॉ. दाइसाकू इकेदा सोका गकाई के अध्यक्ष हैं। वह एक शांति प्रचारक दार्शनिक और प्रेरणादायक लेखक हैं। वह दुनिया भर के विश्वविद्यालयों से लगभग 390 मानद डॉक्टरेट प्राप्त कर चुके हैं। जिसमें दिल्ली विश्वविद्यालय, रवींद्र भारती विश्वविद्यालय, विश्व भारती विश्वविद्यालय शांति निकेतन, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय और भारतीदासन विश्वविद्यालय सम्मिलित हैं। शांति निर्माण में उनके योगदान को देखते हुए उन्हें संयुक्त राष्ट्र शांति पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।