बच्चों का तनाव दूर कर उनके अधिकारों का संरक्षण करेगी 'उम्मीद '
राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने शुरू की हेल्पलाइन

श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली का कहना है कि राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की ओर से बच्चों के हित में प्रारम्भ की जा रही हेल्पलाइन मील का पत्थर साबित होगी। कोविड.19 के कारण बच्चों में तनाव व अवसाद की समस्या और अधिक बढ़ गई है। आयोग ने स्वयंसेवी संस्था सेव द चिल्ड्रन, माइन्ड पाइपर व इंडस एक्शन के सहयोग से राज्य स्तरीय हेल्पलाइन उम्मीद को प्रारम्भ किया गया है। इसका टोल.फ्री नम्बर 0141-4932233 है। उनका कहना था कि श्रम विभाग आयोग को संभव सहयोग मदद देगा। हेल्पलाइन के आरंभ के अवसर पर इसके प्रचार.प्रसार व संक्षिप्त जानकारी आमजन तक पहुंचाने के लिए पोस्टर का विमोचन आयोग की अध्यक्षा संगीता बेनीवाल ने किया। उनका कहना था कि अब बच्चों में तनाव, बैचेनी तथा अन्य मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए बालक, अभिभावक तथा आमजन विशेषज्ञों से नि:शुल्क परामर्श ले सकते हैं। उनका कहना था कि हेल्पलाइन के टोल.फ्री नम्बर पर सोमवार से शनिवार प्रात: 10 बजे से सांय 7 बजे तक बालकों में होने वाले तनाव, अवसाद इत्यादि की समस्याओं को विशेषज्ञों द्वारा सुनकर उनका समाधान किया जाएगा। बाल.अपराध की शिकायत मिलने पर विशेषज्ञों द्वारा आयोग के सदस्य अथवा अधिकारीणों को कॉल ट्रांसफर की जाएगी, जिस पर सम्बन्धित विभाग के माध्यम से त्वरित कार्यवाही करवाई जाएगी। इस अवसर पर श्रम विभाग के शासन सचिव नीरज के पवन ने आयोग के सदस्य नुसरत नकवी, डॉ. विजेन्द्र सिंह, सहित अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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