लोगों ने खुलकर रखे अपने विचार कल्याण सिंह मीणा ने कहा की राजनीति में अच्छे शिक्षित लोगों को आगे आने की जरूरत है। तभी वह हर एक पहलू पर कार्य कर सकते हैं। लोकल व्यक्ति इसमें जुड़े ताकि वह जनसमस्याओं को समझ सके।
वी .पी. सिंह का कहना हैं की पांच साल के चुनाव वाली अवधि में बदलाव की आवश्यकता है। हर साल जनप्रतिनिधियों के
काम के आधार पर तुलना की जाए इससे काफी कुछ बदलाव देखने को मिलेगा।
रामस्वरुप मीणा ने कहा की साफ़ सुथरी छवि वाले लोग आए आएंगे। इससे राजनीति में अलग बदलाव देखने को मिलेगा। जिसमें राष्ट्रीय भावना हो वह समाज सेवा, देश सेवा आदि के बारे में सोच सके।
धर्मवीर सिंह ने कहा की राजनीति में शुद्धिकरण की जरूरत है, उम्मीदवार की योग्यता तय होनी चाहिए। राजनीति का मतलब सही चीजों को सही समय पर रखना है, जो गलत हो रहा है उस नजरिए को अब नहीं चुनना है।
वही
हनुमान सिंह मीणा ने कहा की राजनीति की पहली सीढ़ी छात्र राजनीति होती है। यहीं से राजनीति का शुद्धिकरण करना होगा। इससे आगे की राजनीति तो अपने आप ही शुद्ध हो जाएगी। गोपाल लाल महावर ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा की चुनिंदा लोगों को टिकट देने की बजाय और जातपात में विश्वास रखते हैं। वह गलत है, लेकिन पत्रिका की स्वच्छ राजनीति की यह पहल सराहनीय है। शिक्षित, ईमानदार और जो व्यक्ति आपराधिक मुक्त हो उन्हें राजनीति में आगे आना चाहिए, ताकि क्षेत्र का विकास प्रॉपर हो सके।