फाइबर फूड्स का सेवन करें : डाइजेशन को इंप्रूव करने के लिए यह जरूरी है कि आप फाइबर फूड्स का अधिक मात्रा में सेवन करें। हेल्थ एक्सपट्र्स के अनुसार रोजाना ३० ग्राम फाइबर फूड्स का सेवन किया जाना चाहिए। इसलिए अपनी डाइट में तीन-चार तरह के अनाज से बनी रोटी, ब्राउन राइस, फल और सब्जियां, बींस एवं ओट्स का सेवन करें। इस तरह के फूड्स से घुलनशील और अघुलनशील, दोनों तरह के ही फाइबर मिलेंगे, जो कब्ज की समस्या को दूर करेंगे।तरल पदार्थ लें : तरल पदार्थों का सेवन करना बहुत ही जरूरी है, खासकर पानी पीना। इसलिए अपने पाचन तंत्र को सही रखने के लिए जरूरी है कि आप बार-बार तरल पदार्थों का सेवन करें। दरअसल, फाइबर एक तरह से स्पंज की तरह होते हैं, जो पानी को अवशोषित करते हैं। पानी की कमी से फाइबर ठीक तरह से काम नहीं कर पाते हैं, इससे कब्ज की समस्या हो जाती है। लेकिन कैफीन ड्रिंक्स के सेवन से बचें, ये हार्टबर्न की समस्या को बढ़ा सकते हैं।फैट की मात्रा हो कम : फैटी फूड्स जैसे चिप्स, बर्गर, फ्राइड फूड्स डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए अच्छे नहीं हैं। यह पेट दर्द और हार्टबर्न का कारण हो सकते हैं। साथ ही इस तरह के फूड्स को पचाने के लिए पाचनतंत्र को अतिरिक्त कार्य करना पड़ता है। इनकी जगह अपनी डाइट में हेल्दी फैट्स का सेवन करें।मसालेदार भोजन न करें : तेज मसाले वाला भोजन भी पाचनक्रिया पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। इससे पेट दर्द और डायरिया की समस्या भी बढ़ जाती है। इतना ही नहीं अत्यधिक मिर्च वाला खाना हार्टबर्न की समस्या बढ़ा देता है। इसलिए भोजन में संतुलित मसाले का भी प्रयोग करना चाहिए। [typography_font:14pt;” >प्रोबायोटिक्स लें : पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए प्रोबायोटिक्स सबसे बेस्ट ऑप्शन है। दरअसल, प्रोबायोटिक्स हेल्दी बैक्टीरिया होते हैं, जो हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम को इंप्रूव करते हैं। प्रोबायोटिक्स के लिए दही सबसे अच्छा विकल्प है। यह इरीटेबल बाउल सिंड्रोम और डायरिया की समस्या को दूर करता है। इसलिए नियमित रूप से एक कटोरी दही का सेवन करें।