वहीं श्री पाश्र्वनाथ सेवा समिति की ओर से यहां बुधवार को सुबह नौ बजे लोकार्पण समारोह होगा। बीते कई माह से यहां पर समिति की ओर से निर्माण कराया जा रहा था। जिस हिस्से को समिति ने विकसित करवाया हैं, वहां पर पहले बुरा हाल था। अब यहां पर लोगों को बैठने के लिए टिन शेड और हॉल का निर्माण कराया गया है। वहीं एक छतरी का जीर्णोद्धार भी कराया गया है। समिति अध्यक्ष कमल बाबू जैन ने बताया कि सभी के सहयोग से यह संभव हुआ है।
चार फेज में निगम करेगा विकसित
चार फेज में इसको विकसित करने की बात कही गई है। पहले सौंदर्यीकरण होगा। इस दौरान खाली पडी भूमि पर निर्माण कार्य होगा। इन कार्यों के आंकलन को देखते हुए आगे का काम कराया जाएगा। नगर निगम का दावा है कि राज्य का पहला आधुनिक मोक्षधाम होगा।
प्रथम चरण पूरा होने के बाद गेट और पार्किंग के लिए पर्याप्त स्पेस लोगों को मुहैया कराने पर काम किया जाएगा। दाह संस्कार के लिए पर्याप्त जगह होगी। इसके अलावा टॉयलेट्स, बाथरूम, दाह लकड़ी स्टोरेज, खाली पड़ी जमीन पर लैण्डस्केप्स पर उद्यान विकसित किए जाने की बात बैठक में की गई।
शहर का कोई भी मोक्षधाम किसी भी संस्था या समिति को गोद नहीं दिया गया है। लोग अपने स्तर पर ही मोक्षधामों से निर्माण कार्य करवाते हैं। सचांदपोल को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत विकसित किया जाएगा। इसके लिए करीब 10 करोड़ रुपए खर्च होने की संभावना है।
-अशोक लाहोटी, महापौर जयपुर नगर निगम