इस जांच में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट भी एफआईयू की मदद करेगा। सूत्रों की माने तो सरकार को आशंका है कि कैश की डिमांड जरूर बढ़ी है, लेकिन साथ में कुछ इस तरह का खेल खेला गया जिससे एटीएम में कैश की किल्लत हो जाए। यही कारण है कि सरकार अब इस बारे में पूरी जांच के साथ रिपोर्ट चाहती है ताकि असली कारण बाहर आ सकें। सरकार की उन लोगों पर पैनी नजर बनी हुई है जो मोटी रकम बैंक से लगातार निकाल रहे हैं। इनपर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की भी नजर है।
राजस्थान के नागौर, सीकर, बूंदी, दौसा, झालावाड़, बांसवाड़ा, श्रीगंगानगर सहित दर्जन भर जिलों सहित देश में दिल्ली-एनसीआर, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश , छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, बिहार, झारखंड, गुजरात समेत कई राज्यों में एक बार फिर नोटबंदी जैसा नकदी संकट देखने को मिल रहा है। अक्षय तृतीया पर शादी विवाह के अबूझ मुहूर्त के कारण यह समस्या और विकट हो गई थी। इन राज्यों के कई शहरों में या तो एटीएम से पैसे नहीं निकले या बैंकों से लोगों को वापस लौटना पड़।