नदी प्रोजेक्ट शुरू होने से पहले जेडीए ने इस जमीन की कीमत 1920 करोड़ रुपए आंकी थी लेकिन नदी के सौन्दर्यकरण के बाद पूर्व में आंकी गई कीमत से पांच गुना अधिक मिलने की उम्मीद है। यानी जेडीए को उम्मीद है कि जमीन बेचकर वह मालामाल हो जाएगा। न सिर्फ कर्ज चुकेगा बल्कि आर्थिक स्थिति बेहतर भी हो जाएगी।
यह है गणित
– 1677 करोड़ रुपए खर्च किए हैं जेडीए ने द्रव्यवती नदी प्रोजेक्ट पर – 1474 करोड़ रुपए सौंदर्यकरण पर खर्च हुए, शेष राशि 10 साल तक रख-रखाव पर खर्च होगी इसमें से – 1800 करोड़ का कर्ज है जेडीए पर
– 1677 करोड़ रुपए खर्च किए हैं जेडीए ने द्रव्यवती नदी प्रोजेक्ट पर – 1474 करोड़ रुपए सौंदर्यकरण पर खर्च हुए, शेष राशि 10 साल तक रख-रखाव पर खर्च होगी इसमें से – 1800 करोड़ का कर्ज है जेडीए पर
– 06 से अधिक प्रोजेक्ट ऐसे चल रहे हैं शहर में जेडीए के, जिनके लोन की किस्त भी हो चुकी है शुरू – 05 जोन में जेडीए के स्वामित्व की है करीब 93 हैक्टेयर जमीन
(जेडीए नदी किनारे व्यावसायिक और रिहायशी इलाके चिह्नित कर रहा है)
ऐसे चल रहा है काम
– पहला चरण : द्रव्यवती नदी के आसपास की जमीन चिह्नित कर ली गई है। तीन माह पहले इस पर काम शुरू हुआ था। पांच जोन में नए जेडीसी ने जमीन चिह्नित कर रिपोर्ट तैयार कराई।
ऐसे चल रहा है काम
– पहला चरण : द्रव्यवती नदी के आसपास की जमीन चिह्नित कर ली गई है। तीन माह पहले इस पर काम शुरू हुआ था। पांच जोन में नए जेडीसी ने जमीन चिह्नित कर रिपोर्ट तैयार कराई।
– दूसरा चरण : चिह्नित जमीन में से व्यावसायिक और रिहायशी तय की जा रह है। – तीसरा चरण : आचार संहिता के बाद जमीन बेचने का काम शुरू होगा।
कहां कितनी जमीन
कहां कितनी जमीन
जोन संख्या —- जमीन (हैक्टेयर) —- क्षेत्र
4 ——————- 7.90 ———– बीटू बायपास के आसपास 5 ——————- 5.46 ———– शिप्रापथ 8 —————— 19.47 ———– बम्वाला पुलिया, बजरी मंडी के आसपास 9 —————— 36.79 ———– बम्वाला पुलिया के आगे से गोनेर रोड तक
4 ——————- 7.90 ———– बीटू बायपास के आसपास 5 ——————- 5.46 ———– शिप्रापथ 8 —————— 19.47 ———– बम्वाला पुलिया, बजरी मंडी के आसपास 9 —————— 36.79 ———– बम्वाला पुलिया के आगे से गोनेर रोड तक
14 —————– 23.01 ———– गोनेर रोड से आगे तक कुल ————– 93.63
दो जोन पर ज्यादा जोर
जेडीसी जोन 8 व 9 स्थित जमीन पर जोर दे रहे हैं। बम्बाला पुलिया और शिप्रापथ के आसपास बेशकीमती जमीन है। यहां लैंडस्कै प पार्क विकसित होने से जमीन की कीमत बढ़ गई है। अधिकारियों के अनुसार जोन 9 में हाउसिंग बोर्ड की भी जमीन है। सरकार ने कहा है कि जमीन जेडीए नीलाम करेगा, 60 फीसदी राशि संबंधित विभाग को देगा और शेष खुद रखेगा।
दो जोन पर ज्यादा जोर
जेडीसी जोन 8 व 9 स्थित जमीन पर जोर दे रहे हैं। बम्बाला पुलिया और शिप्रापथ के आसपास बेशकीमती जमीन है। यहां लैंडस्कै प पार्क विकसित होने से जमीन की कीमत बढ़ गई है। अधिकारियों के अनुसार जोन 9 में हाउसिंग बोर्ड की भी जमीन है। सरकार ने कहा है कि जमीन जेडीए नीलाम करेगा, 60 फीसदी राशि संबंधित विभाग को देगा और शेष खुद रखेगा।