सीपीआरओ अभय शर्मा ने बताया कि गाड़ी संख्या 12991/12992, उदयपुर-जयपुर-उदयपुर, गाड़ी संख्या 09721/09722, जयपुर-उदयपुर-जयपुर स्पेशल, गाड़ी संख्या 12982, उदयपुर-दिल्ली सराय एक्सप्रेस, गाड़ी संख्या 22472, दिल्लीसराय-बीकानेर एक्सप्रेस, गाड़ी संख्या 12495/12496, बीकानेर-कोलकाता-बीकानेर साप्ताहिक एक्सप्रेस और गाड़ी संख्या 19601/19602, उदयपुर-न्यूजलपाईगुडी-उदयपुर साप्ताहिक एक्सप्रेस में निर्धारित अवधि के लिए अस्थाई डिब्बे लगाए गए हैं।
दूसरी अच्छी खबर:
राष्ट्रीय राजमार्गों के सभी रेल फाटकों पर बनेंगे पुल
सरकार देश में राष्ट्रीय राजमार्गों पर स्थित सभी रेलवे फाटकों पर रेल ओवर ब्रिज (आरओबी) या रेल अंडर ब्रिज (आरयूबी) का निर्माण करेगी। सड़क परिवहन तथा राजमार्ग राज्यमंत्री मनसुख लाल मांडविया ने मंगलवार को कहा कि मंत्रालय सेतु भारतम योजना के तहत कमजोर और संकरे पुलों को बदलेगा। इसके साथ ही कुछ पुलों को चौड़ा और मजबूत बनाया जाएगा, ताकि उन पर आवागमन सुगम हो और 2020 तक सड़क दुर्घटना में 50 प्रतिशत की कमी लाने के लक्ष्य को हासिल किया जा सके।
सेतु भारतम योजना : 174 आरओबी और आरयूबी चिन्हित
उन्होंने कहा कि उनके मंत्रालय तथा रेल मंत्रालय ने 10 नवंबर, 2014 को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत राष्ट्रीय राजमार्गों पर सभी लेवल क्रॉङ्क्षसग के स्थान पर आरओबी या आरयूबी का निर्माया किया जाएगा। इन परियोजनाओं पर 50,800 करोड़ रुपए की लगात आने का अनुमान है। मंडाविया ने कहा कि सेतु भारतम योजना के तहत कुल 174 आरओबी तथा आरयूबी चिन्हित किए गए हैं और इनमें से 93 आरओबी के लिए 7,121 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है। इसी तरह से 57 आरओबी के कार्य के लिए ठेके दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण भी देश में अधिकतर राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजनाओं को लागू कर रहा है और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा 515 आरओबी तथा आरयूबी बनाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उनके मंत्रालय तथा रेल मंत्रालय ने 10 नवंबर, 2014 को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत राष्ट्रीय राजमार्गों पर सभी लेवल क्रॉङ्क्षसग के स्थान पर आरओबी या आरयूबी का निर्माया किया जाएगा। इन परियोजनाओं पर 50,800 करोड़ रुपए की लगात आने का अनुमान है। मंडाविया ने कहा कि सेतु भारतम योजना के तहत कुल 174 आरओबी तथा आरयूबी चिन्हित किए गए हैं और इनमें से 93 आरओबी के लिए 7,121 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है। इसी तरह से 57 आरओबी के कार्य के लिए ठेके दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण भी देश में अधिकतर राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजनाओं को लागू कर रहा है और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा 515 आरओबी तथा आरयूबी बनाए जा रहे हैं।
तीसरी अच्छी खबर:
मावली से मारवाड़ जंक्शन तक ब्रॉडगेज की मिली मंजूरी
उत्तर-पश्चिम रेलवे क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले उदयपुर इलाके के मावली से पाली क्षेत्र के मारवाड़ जंक्शन तक करीब 151 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन को मीटरगेज से ब्रॉडगेज में बदला जाएगा। इसके लिए उत्तर-पश्चिम रेलवे को स्वीकृति मिल गई है। इसका काम पूरा होने के बाद पूरे उत्तर पश्चिम रेलवे जोन में सभी रेल लाइन ब्रॉडगेज हो जाएंगी। लाइनों के ब्रॉडगेज होने से इन मार्गों से लंबी दूरी की ट्रेन संचालित होने ये यात्रियों को फायदा होगा। ट्रेनों के अधिक स्पीड से संचालित होने से सफर का समय भी कम होगा।
उत्तर-पश्चिम रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर पश्चिम जोन में अब तक 500 किलोमीटर से अधिक के रेलमार्ग का आमान परिवर्तन किया जा चुका है। जबकि 4 हजार 22 करोड़ रुपए की लागत से 500 किलोमीटर का काम प्रगति पर है। जोन में अभी तक मावली से मारवाड़ जंक्शन पर आमान परिवर्तन की स्वीकृति नहीं मिली थी लेकिन अब इसकी मंजूरी मिलने से पूरे जोन में रेल लाइन ब्रॉडगेज हो जाएंगी। गौरतलब है कि उत्तर-पश्चिम रेलवे जोन में कुल 6559 किलोमीटर का रेलमार्ग है। जोन की 452 ट्रेन संचालित होती हैंं।
504 किलोमीटर रूट हुआ ब्रॉडगेज
जोन में अब तक 504 किलोमीटर के रेलमार्ग को ब्रॉडगेज किया जा चुका है। इनमें सीकर-लोहारू तक 122 किलोमीटर, सूरतपुरा-हनुमानगढ़ से 174 किलोमीटर, मकराना-परबतसर से 21 किलोमीटर, रतनगढ़-सरदारशहर से 47 किलोमीटर और सीकर-चूरू तक 90 किलोमीटर तक रेल आमान का काम पूरा हो चुका है। सीकर-पलसाना तक 27 किलोमीटर और पलसाना-रींगस तक 23 किलोमीटर का काम पूरा किया जा चुका है। जबकि रींगस-जयपुर तक 57.45 किलोमीटर का काम जारी है।
जोन में अब तक 504 किलोमीटर के रेलमार्ग को ब्रॉडगेज किया जा चुका है। इनमें सीकर-लोहारू तक 122 किलोमीटर, सूरतपुरा-हनुमानगढ़ से 174 किलोमीटर, मकराना-परबतसर से 21 किलोमीटर, रतनगढ़-सरदारशहर से 47 किलोमीटर और सीकर-चूरू तक 90 किलोमीटर तक रेल आमान का काम पूरा हो चुका है। सीकर-पलसाना तक 27 किलोमीटर और पलसाना-रींगस तक 23 किलोमीटर का काम पूरा किया जा चुका है। जबकि रींगस-जयपुर तक 57.45 किलोमीटर का काम जारी है।
एक काम की खबर:
16 से 26 जनवरी तक कई ट्रेनों का आवागमन रहेगा प्रभावित
बिहार के मुगल सराय मंडल में सोननगर स्टेशन पर पटरियों पर काम चलने से आठ रेलगाडियां 16 जनवरी से 26 जनवरी तक प्रभावित होगी। रेलवे सूत्रों के अनुसार मुगल सराय मण्डल में सोन नगर स्टेशन पर नॉन इण्टर लॉकिंग कार्य के लिए यातायात रोक दिया गया जिसकी वजह से आठ रेलगाडियों का मार्ग परिवर्तन किया गया है।
16 से 26 जनवरी तक कई ट्रेनों का आवागमन रहेगा प्रभावित
बिहार के मुगल सराय मंडल में सोननगर स्टेशन पर पटरियों पर काम चलने से आठ रेलगाडियां 16 जनवरी से 26 जनवरी तक प्रभावित होगी। रेलवे सूत्रों के अनुसार मुगल सराय मण्डल में सोन नगर स्टेशन पर नॉन इण्टर लॉकिंग कार्य के लिए यातायात रोक दिया गया जिसकी वजह से आठ रेलगाडियों का मार्ग परिवर्तन किया गया है।
इनमें सियालदाह-अजमेर आसनसोल-झाझा-पटना- दीनदयाल उपाध्याय ,अजमेर-सियालदाह दीनदयाल उपाध्याय-पटना-झाझा,आसनसोल , हावड़ा-जोधपुर/बीकानेर आसनसोल-झाझा-पटना-दीनदयाल उपाध्याय , जोधपुर/बीकानेर-हावड़ा दीनदयाल उपाध्याय-पटना-झाझा-आसनसोल , हावड़ा-जैसलमेर आसनसोल-झाझा-पटना- दीनदयाल उपाध्याय रेल शामिल है। इसी तरह जैसलमेर-हावड़ा दीनदयाल उपाध्याय-पटना–झाझा-आसनसोल, रॉची-अजमेर बरकाकाना-गरवा रोड जं.-चोपन-चुनर जं.-इलाहाबाद रेलगाडी का 17 जनवरी से 24 जनवरी तक मार्ग परिवर्तित रहेगा । इसके अलावा अजमेर-रॉची इलाहाबाद गाडी का 19 जनवरी से 26 जनवरी तक मार्ग बदलेगा ।