अजमेर, भीलवाड़ा और कोटा में आए मामले डीजीपी ने बच्चियों के ऐसी घिनौनी करतूत (
Crime News In Hindi ) करने वाले गिरोह के खुलासे और धरपकड़ के लिए एडीजी सिविल राईट्स जंगा श्रीनिवास राव के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया है। पीएचक्यू की दो टीमें भीलवाड़ा और अजमेर में जांच कर रही है। पीएचक्यू के मुताबिक, अजमेर, भीलवाड़ा और कोटा में छोटी बच्चियों को इंजेक्शन लगा हारमोन्स बदलने के कुछ मामले में पुलिस मुख्यालय के सामने आए।
हैड़ कांस्टेबल निलम्बित इस मामले में भीलवाड़ा में तो हनुमान नगर थाने के हैड़ कांस्टेबल अशोक सोनी की भूमिका संदिग्ध मिलने और जांच में दोषी पाए जाने पर उसे तुरंत प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया।
वेश्यावृत्ति के लिए हारमोन्स बदल जन्म तिथि में फेरबदल पीएचक्यू की जांच में यह भी सामने आया है कि गिरोह के लोग बच्चियों के हारमोन्स बदलने के बाद उनकी जन्म तिथि में फेरबदल कर उन्हें वेश्यावृत्ति (
Prostitution in Rajasthan) में धकेल रहे हैं। प्रदेश के तीन जिलों में कुछ मामले सामने आ चुके। जबकि अन्य जिलों में इसी तरह के गिरोह सक्रिय होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है।
डीजीपी भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि पुलिस मुख्यालय (
Police headquarter Rajasthan ) की टीम इन तीनों जिलों में स्थानीय अधिकारियों के सहयोग से गहनता से जांच में जुटी है। अजमेर और भीलवाड़ा में तो मामलों की पुख्ता सूचना सामने आ चुकी है। अब पुलिस कोटा-बूंदी के आसपास के इलाकों में जांच कर रही है।