इस अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि इम्पेक्ट एप पीसीपीएनडीटी एक्ट में होने वाली कार्रवाई और निरीक्षण की गतिविधियों को आसान करेगी। इस एप के जरिए पीसीपीएनडीटी निरीक्षण रिपोर्ट को सबंधित अधिकारी निरीक्षण स्थल से तुरंत ही अपलोड कर सकते हैं। इससे रियल टाइम डाटा को मैनेज करना आसान हो जाएगा।
डॉ. शर्मा ने कहा कि प्रदेश में 3 हजार 600 निजी व राजकीय सोनोग्राफी केन्द्र पंजीकृत हैं, जिसमें से करीब 2 हजार केन्द्र क्रियाशील हैं। इम्पेक्ट पंजीकृत सोनोग्राफी केन्द्रों का भी कार्य आसान करेगी। ये केन्द्र प्रतिदिन की रिपोर्ट अपलोड करने के साथ गर्भवती महिला की सोनोग्राफी के समय भरे जाने वाले फॉर्म एफ की एंट्री भी इम्पेक्ट एप से कर सकते हैं। इस एप में सोनोग्राफी केन्द्र संचालकों के लिए फीडबैक सिस्टम को भी डवलप किया गया है। इस एप को एनआईसी राजस्थान ने तैयार किया है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक एन.के.ठकराल ने बताया कि प्रदेशभर में आमजन को पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत भ्रूण हत्या को रोकने व बेटियां अनमोल हैं, का संदेश देने के लिए चिकित्सा संस्थानों व प्रमुख स्थानों पर होर्डिंग व बैनर्स प्रदर्शित किए जाएंगें।
इस अवसर पर पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ प्रभारी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शालिनी सक्सेना तथा इंडियन रेडियोलॉजी ऐसोसिएशन के प्रदेश सचिव डॉ. जीवराज सिंह सहित सबंधित अधिकारी मौजूद थे।