क्षेत्र में निवेश की संभावना तलाशने के लिए पेट्रोकेमिकल सेक्टर की दो बड़ी कंपनियों ने हाल ही सरकार से बातचीत की है। एक कंपनी ने पिछले दिनों उद्योग विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव वीनू गुप्ता से मुलाकात की। कंपनी की करीब 3 हजार करोड़ के निवेश की योजना है।
सूत्रों ने बताया कि ये कंपनियां पसोपेश में है कि रिफायनरी से उनकी इकाइयों के लिए कितनी मात्रा में पेट्रोलियम सह उत्पाद मुहैया हो सकेंगे। इस बारे में रीको ने एचपीसीएल से जानकारी मांगी है ।
अधिसूचना पर अटका मामला पिछले करीब छह माह से राजस्थान पीसीपीआइआर का मामला केंद्र सरकार के स्तर पर अटका है। पूरी परियोजना पर उद्योग विभाग फरवरी में केंद्र के सामने अपना प्रस्तुतिकरण दे चुका। अब इस मामले में आर्थिक मामलात की केबिनेट समिति विचार करेगी और फिर केंद्र से अधिसूचना जारी होगी। बताया जाता है कि दोनों पक्षों के बीच अब हिस्सेदारी पर अंतिम निर्णय होना बाकी है।
दो क्षेत्र हो रहे विकसित पीसीपीआइआर के तहत रीको ने पचपदरा में ही बोरावास कलावा और रामनगर थोब, दो औद्योगिक क्षेत्रों का विकास शुरू किया है। इन जगहों पर ही नए निवेशकों की इकाइयां स्थापित की जाएंगी। इससे आने वाले समय में न केवल स्थानीय लोगों को बड़े पैमाने पर रोजगार मिलेगा बल्कि व्यवसाय के अन्य अवसर भी खुलेंगे।