scriptकई विकारों से बचाएगा आयोडीनयुक्त नमक | Iodized Salt in India | Patrika News
जयपुर

कई विकारों से बचाएगा आयोडीनयुक्त नमक

Iodized Salt : देश के 76 प्रतिशत से अधिक घरों में आयोडीन युक्त नामक का पर्याप्त मात्रा में सेवन किया जाता है। न्यूट्रिशन इंटरनेशनल ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एसोसिएशन फॉर इंडियन कोएलिशन फॉर द कंट्रोल ऑफ आयोडीन डिफशिएंसी डिसऑर्डर और काटार के सहयोग से आयोडीनयुक्त नामक के इस्तेमाल पर एक व्यापक सर्वेक्षण किया था ।

जयपुरSep 12, 2019 / 07:23 pm

hanuman galwa

कई विकारों से बचाएगा आयोडीनयुक्त नमक

कई विकारों से बचाएगा आयोडीनयुक्त नमक

कई विकारों से बचाएगा आयोडीनयुक्त नमक

– आयोडीनयुक्त नमक के इस्तेमाल पर सर्वेक्षण
– भोजन में आयोडीनयुक्त नमक का इस्तेमाल जरूरी
– मानसिक-शारीरिक विकास में आयोडीन अहम
– आयोडीन की कमी से विकलांगता का खतरा
– भोजन में आयोडीन नमक का इस्तेमाल जरूरी
– आयोडीनयुक्त नमक के इस्तेमाल को प्रोत्साहन
– देशभर में चलेगा जागरूकता अभियान
– 76.3 घरों में आयोडीनयुक्त नमक
– 90 प्रतिशत आबादी तक पहुंचने का लक्ष्य
– 150 यूजी दैनिक आयोडीन की जरूरत
– 15 पीपीएम न्यूनतम आयोडीन जरूरी
– 500 माइक्रोग्राम आयोडीन रोजाना जरूरी
– 80 लाख शिशुओं का हर वर्ष आयोडीन की कमी के साथ जन्म
– 5 वर्ष तक के 3 करोड़ से ज्यादा बच्चों में आयोडीन की कमी
देश के 76 प्रतिशत से अधिक घरों में आयोडीन युक्त नामक का पर्याप्त मात्रा में सेवन किया जाता है। न्यूट्रिशन इंटरनेशनल ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एसोसिएशन फॉर इंडियन कोएलिशन फॉर द कंट्रोल ऑफ आयोडीन डिफशिएंसी डिसऑर्डर और काटार के सहयोग से आयोडीनयुक्त नामक के इस्तेमाल पर एक व्यापक सर्वेक्षण किया था । कनाडा सरकार के ग्लोबल अफेयर्स के सहयोग से यह सर्वेक्षण देश के सभी 29 राज्यों और सात केंद्र शासित प्रदेशों के 21 हजार 406 घरों में किया गया। सर्वेक्षण के अनुसार 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में से 13 में यूनीवर्सल साल्ट आयोडाइजेशन यानी यूएसआई को हासिल कर लिया गया।
सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा गया है कि 76.3 घरों में पर्याप्त मात्रा में आयोडीनयुक्त नमक का प्रयोग किया जाता है। रिपोर्ट के अनुसार इस उत्साहवर्धक परिणाम को देखते हुए 90 प्रतिशत आबादी तक आयोडीन नमक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया है। आयोडीन नमक के सेवन में बढ़ोतरी से आयोडीन की कमी की वजह से होने वाले गंभीर रोगों से बचाने में मदद मिली है। मानव के लिए आयोडीन मानसिक और शारीरिक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पोषक है। आयोडीन की कमी से विकलांगता सहित कई विकारों का खतरा अधिक रहता है। सर्वेक्षण के अनुसार आयोडीन की कमी वाले क्षेत्रों में पैदा होने वाले बच्चों में आयोडीन पर्याप्त क्षेत्रों में जन्म लेने वालों की तुलना में 13.5 आईक्यू अंक तक कम होने की आशंका बनी रहती है। सर्वेक्षण में कहा गया है कि इनमें से अधिकांश विकास नहीं दिखने वाले और अपरिवर्तनीय होते हैं, ङ्क्षकतु इन्हें रोका जा सकता है। इस समया को दूर करने के लिए भोजन में आयोडीन नमक का इस्तेमाल सबसे आसान और प्रभावी उपाय है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशानिर्देशों के अनुसार आयोडीन की कमी से होने वाले विकारों को रोकने के लिए 150 यूजी दैनिक आयोडीन सेवन की जरूरत होती है। यह जरूरत घर में इस्तेमाल किए जाने वाले उस नमक से पाई जा सकती है यदि उसमें न्यूनतम आयोडीन 15 पीपीएम हो ।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो