जयपुर

जयपुर: परिजन बोले- सोना, बंगला, दुकानें और कार बेच देते, जिंदगी क्यों खत्म की!

राधिका विहार कॉलोनी में आभूषण व्यापारी यशवंत के परिवार सहित आत्महत्या करने की घटना के बाद हर कोई सहम गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने कभी किसी को परेशान नहीं किया।

जयपुरSep 20, 2020 / 03:09 pm

Kamlesh Sharma

राधिका विहार कॉलोनी में आभूषण व्यापारी यशवंत के परिवार सहित आत्महत्या करने की घटना के बाद हर कोई सहम गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने कभी किसी को परेशान नहीं किया।

जयपुर। राधिका विहार कॉलोनी में आभूषण व्यापारी यशवंत के परिवार सहित आत्महत्या करने की घटना के बाद हर कोई सहम गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने कभी किसी को परेशान नहीं किया। परिजन बोले, सोना, बंगला, दुकान, लग्जरी कार सब बेच देते, लेकिन जिंदगी खत्म नहीं करते।व्यापारी यशवंत की जयपुर में जौहरी बाजार क्षेत्र में खुद की एक दुकान, आगरा रोड पर एक दुकान और राधिका विहार में दो मंजिला फ्लैट, अलवर में दुकान और पैतृक मकान है।
करीब 2 करोड़ रुपए का सोना राजेन्द्र के पास रखा है। यह सब बेच देते, लेकिन अपनी जिंदगी खत्म नहीं करते। यशवंत ने कभी जाहिर नहीं होने दिया कि अंदर से इतना घुट गया।
मौके पर पहुंची एफएसएल टीम ने मौका-मुआयना किया। दूसरी मंजिल के हॉल में तीनों पिता-पुत्र के शव लटके थे और ममता का शव बेडरूम में लटका था। आशंका जताई गई है कि शुक्रवार रात को भोजन करने के बाद देर रात तक दम्पती ने दोनों बेटों के साथ मिलकर आत्महत्या का निर्णय लिया। इसके बाद ममता बेडरूम में आत्महत्या करने से पहले घबरा गई। तब उसकी आंखों पर पट्टी बांधी गई। वहीं दोनों बेटों के पैर फर्श को छू गए तो उन्हें चद्दर से कमर से बांध दिया। इसके बाद यशवंत ने आत्महत्या की।
दो लोडिंग वाहनों में ले गए शव
पुलिस ने मौका मुआयना के बाद चारों शवों को दो लोडिंग वाहनों में पोस्टमार्टम के लिए निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां पर कोविड-19 की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।
7 वर्ष पहले आए जयपुर
परिजनों ने बताया कि यशवंत की अलवर के मालाखेड़ा बाजार में आभूषण की दुकान है। वह सात वर्ष पहले अलवर से जयपुर आ गए। यहां पर आभूषण की दुकान खोल ली। उसका दिल्ली के व्यापारियों से भी बड़ा व्यापार था। कोरोना के चलते पेमेंट नहीं मिला और रुपयों का रोटेशन बंद हो गया। इसके चलते रुपए देने वाले दे नहीं रहे थे और लेने वाले मांग-मांगकर परेशान कर रहे थे।
अव्वल थे दोनों बेटे
यशवंत की जौहरी बाजार क्षेत्र में एक दुकान खुद की थी और एक दुकान किराए से ले रखी थी। बड़े बेटे अजीत को कुश्ती का शौक था। उसने एक प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल भी जीता था। रिश्तेदारों ने बताया कि यशवंत व ममता बड़े बेटे अजीत की शादी करते। उसके लिए लड़की देखने की बात कह रहे थे। बारात की जगह अर्थी निकलेगी सोचा नहीं था। छोटा बेटा भारत एमबीबीएस करता, दसवीं में 98 त्न अंक आए थे।
कैमरों की फुटेज खंगाल रही पुलिस
व्यापारी यशवंत ने घर के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगा रखे हैं। पुलिस सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाल रही है। हालांकि घटना स्थल पर परिजनों में चर्चा थी कि सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग नष्ट कर दी गई। लेकिन फिलहाल पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की।
जिसने भी सुना, दंग रह गया
राधिका विहार और उसके आस-पास की कॉलोनियों में पूरे परिवार द्वारा एक साथ आत्महत्या की बात जिसने भी सुनी दंग रह गया। स्थानीय लोगों की आंखें भी नम थी।
कौन है राजेन्द्र बियानी
सुसाइड नोट में राजेन्द्र बियानी का नाम लिखा है। पुलिस ने बताया कि राजेन्द्र बियानी भी आभूषण व्यापारी है। टोंक रोड निवासी राजेन्द्र बियानी की परकोटा में आभूषण की दुकान है। पुलिस राजेन्द्र बियानी के साथ अन्य नामजद लोगों से पूछताछ कर रही है। मृतक यशवंत के भाई ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कराया है।
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