महावारी आने की समझ शक नहीं किया पीडि़त छात्रा घर पहुंची, उसकी तबीयत बिगड़ी हुई थी। मां ने बताया कि महावारी आने की शंका पर बेटी की तरफ ध्यान नहीं दिया। लेकिन बेटी पूरी रात दर्द से करहराती रही। तब कुछ गड़बड़ होने की आशंका हुई। अगले दिन बेटी को प्यार से पूछा तो वह लिपटकर जोर-जोर से रोने लगी और आपबीती बताई। तब मां के पैरों तले जमीन खिसक गई। काम पर गए पिता को घर बुलाकर थाने में मामला दर्ज कराया। पुलिस को आशंका है कि युवकों की यह गैंग हैं, जो मासूम बच्चियों को फंसाकर ऐसी घिनौनी वारदात को अंजाम देती है। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।
ध्यान दें परिजन – ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान बच्चे मोबाइल, लैपटॉप पर क्या कर रहे हैं, इसकी परिजन पूरी जानकारी रखें