चूड़ी बनवाने लाए बालक की मौत, गुपचुप अंतिम संस्कार करने लगे तो पहुंची पुलिस
बालक के शरीर पर मारपीट के निशान भी, चेहरे पर सोजन, कारखाना मालिक गिरफ्तार, गरीबी के कारण बिहार से मां इकलौते बेटे का शव लेने भी नहीं आ सकती
जयपुर. बिहार से बच्चों को लाकर जयपुर में बंधक बना चूड़ी कारखानों में यातनाएं देने के कई बार मामले सामने आ गए। लेकिन बच्चों से चूड़ी बनवाने का काम लगातार जारी है। चूड़ी कारखाना में बंधक बने एक बच्चे की मौत होने का मामला सामने आया है। चूड़ी कारखाना मालिक गुपचुप तरीके से बच्चे की अंत्येष्टि करवाने की तैयारी में जुटा था। बच्चे की मृत्यु के संबंध में बिहार निवासी परिजन और यहां स्थानीय थाना पुलिस को भी सूचना नहीं दी। अंत्येष्टि का सामान खरीदने के दौरान किसी ने भट्टा बस्ती थाना पुलिस को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने अत्येष्टि होने से पहले शव को अपनी कस्टडी में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एसएमएस अस्पताल पहुंचाया। जांच के बाद कारखाना मालिक को गिरफ्तार किया। कोविड़ जांच रिपोर्ट मिलने के बाद शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। उधर, बिहार में बच्चे की मां का रो रोकर हाल बुरा है। गरीबी के कारण वह अपने इकलौते बेटे का शव लेने जयपुर भी नहीं आ सकती है। बिहार पुलिस से मां की सहमती मिलने के बाद भट्टा बस्ती थाना पुलिस ही उसकी अंत्येष्टि करवाएगी।
सब इंस्पेक्टर रामेश्वर लाल ने बताया कि मामले में बिहार निवासी चूड़ी कारखाना मालिक विशाल मंडल को गिरफ्तार किया है। आरोपी 15 दिन पहले ही बिहार के रुद्रपुर निवासी पन्द्रह वर्षीय बिहारी सदाय को चूड़ी बनवाने के लिए जयपुर लेकर आया था। लॉकडाउन से पहले भी बालक आरोपी के पास चूड़ी बनाने का काम करता था। लॉकडाउन में बालक घर चला गया था। उसके पिता की मौत हो चुकी। परिवार में मां है, जिससे फोन पर बात की है। गरीबी के कारण मां जयपुर आने में असमर्थ है। उन्होंने बताया कि आरोपी ने बीमार होने पर भी बच्चे का इलाज नहीं करवाया और बंधक बनाकर चूड़ी बनावाता रहा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद बच्चे की मौत के कारणों का पता चल सकेगा।