प्रदेश के सभी जिलों में पैर पसार रहा प्रदेश के अधिकत्तर सभी जिलों में मादक पदार्थ तस्कर सक्रिय हैं। अलग-अलग जिलों में अलग-अलग प्रकार के मादक पदार्थ की सप्लाई कर रहे हैं। इससे मादक पदार्थ की जड़े लोगों के जीवन में घुल रही हैं। इसको देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने एसआइटी के गठन का निर्णय लिया।
इन मादक पदार्थों की हो रही तस्करी प्रदेश में बड़े स्तर पर गांजा, अफीम, चरस, स्मैक, डोडा पोस्त, कोकिन, एमडीएमए ब्राउन शुगर और एलएसडी ड्रग्स, कोडैक्स फास्फेट सीरप की तस्करी हो रही है।
बड़े स्तर पर यहां से हो रहा मादक पदार्थ सप्लाई – गांजा : उड़ीसा, बंगाल, आंध्रप्रदेश, बिहार, झारखंड, पूर्वोतर राÓयों और नेपाल से आ रहा – अफीम : चित्तौडग़ढ़, झालावाड़, प्रतापगढ़, मंदसौर, नीमच औरर पश्चिम बंगाल के मालदा से आ रही
– स्मैक : झालावाड़ और टोंक से सप्लाई हो रही – डोडा पोस्त : चित्तौडग़ढ़ और झालावाड़ से सप्लाई होता – मॉर्डन ड्रग्स : चरस, कोकिन, ब्राउन शुगर की सप्लाई हिमाचल प्रदेश, मुम्बई और दिल्ली से हो रही
——— एफआर नाममात्र, चालान अधिक प्रदेश में वर्ष 2021 में मादक पदार्थ तस्करी के कुल 2989 कार्रवाई की गई। इनमें 22 मामलों में एफआर लगाई गई, जबकि 2118 मामलों को सही मानते हुए चार्जशीट पेश की गई। 849 मामले अभी लंबित है।
प्रदेश में तीन वर्ष में कार्रवाई के आंकड़े अपराध ——– वर्ष 2019 — 2020 — 2021 एनडीपीएस एक्ट — 2592 — 274& — 2989