गत वर्ष तकनीकी खामियों को दूर किया गया। जिसके बाद डीजीसीए से दोबारा उपयोग की स्वीकृति मांगी गई थी। अब उन्होंने मंजूरी दी है। खासबात है कि 7 नए पार्किंग वे और बनेंगे। जिसके बाद यहां बोइंग 777, एयरबस 330, एयरबस 340 जैसे विमान उतर सकेंगे। इनके तैयार होने के बाद एयरपोर्ट पर 40 विमानों की पार्किग हो सकेगी।
पत्रिका ने उठाया मुद्दा तब सुधारी खामियां
-गत वर्षों से दिल्ली एयरपोर्ट (Delhi Airport) से मौसम की खराबी के कारण जयपुर में विमानों के डायवर्जन का सिलसिला जारी है। डायवर्जन के दौरान यहां अव्यवस्थाएं हो जाती है। इसे देखते हुए राजस्थान पत्रिका ने खबर प्रकाशित कर मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। जिसके बाद अडानी समूह (Adani Group) ने सुध ली और तकनीकी खामियों को दूर कर दोबारा डीजीसीए (DGCA) से उपयोग की मंजूरी मांगी थी।