पुलिस उपायुक्त पश्चिम कावेन्द्र सागर ने बताया कि मामले में धानक्या निवासी लक्ष्मी नारायण उर्फ लक्ष्मण (45) को गिरफ्तार किया है। उससे लूट का माल और वारदात में इस्तमाल हथियार भी बरामद कर लिए हैं।
हत्या का पता चलने के बाद पुलिस ने आस—पड़ोस के लोगों से पूछताछ शुरू की। इसी दौरान वृद्धा के घर के सामने रहने वाली एक युवती ने पुलिस को बताया कि करीब 500 मीटर दूर रहने वाला लक्ष्मण पिछले कई दिनों से आ रहा है। रविवार दोपहर करीब डेढ़ बजे उसे वृद्धा के घर से जाते हुए भी देखा। पुलिस ने रात को ही उसे पकड़ लिया।
एसीपी राय सिंह बेनीवाल ने बताया कि रविवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे धूप तेज होने और लोगों के बाहर नहीं होने पर वह वृद्धा के घर पर गया। उसने महिला को चारपाई पर पटका और चाकू से गला रेत दिया। फिर उसने एक पाइप से उसके सिर पर भी मारा। उसकी मृत्यु होने पर कानों से टोप्स और गले से जोल्या निकाल लिया। हाथ—पैर के कडे नहीं निकाल पाया तो चारपाई की ईस पर रखकर के उन्हें काटा और कडे निकाल लिए। वहीं पर पास में रखे बक्से का ताला तोड़कर उसमें रखे चांदी के सिक्के भी लेकर फरार हो गया। करीब डेढ़ घंटा उसे वारदात में लगा।
हत्या के बाद आरोपी अपने घर गया और खून से सने कपड़े खोलकर दूसरे पहन लिए। वहां से पोटली में जेवरात, कपड़े व हथियार छुपाकर ले गया। रास्ते में किसी से बाइक पर लिफ्ट लेकर गया और सूनसान जगह पर जमीन में सामान छुपा कर घर आ गया। खून का कोई निशान भी न हो इसके लिए उसने अपने नाखून भी काटे। पुलिस ने जब माल बरामद किया तो पता चला कि वह पूरी तैयारी से गया था। सब्जी काटने का चाकू, संडासी, फूकनी, लोहे का सरिया, रस्सी एवं तेल लेकर गया था। उसने तेल लगाकार कड़े निकालने की कोशिश की थी।
पूछताछ में लक्ष्मण ने बताया कि उसकी आर्थिक स्थिति खराब चल रही थी। लॉकडाउन से पहले पनीर बेचकर खर्च चलाता था, लेकिन अब धंधा बंद था। पहले से कर्जा भी था। जर्दा खाने का शौक था, लेकिन अधिक कीमत के कारण खरीद नहीं पा रहा था। लोगों से रुपए मांगता था। इस बीच वृद्धा के अकेले रहने का उसे अंदाजा था और वारदात कर दी। वृद्धा के घर पर जाने उसने 100 रुपए मांगे थे, लेकिन वृद्धा ने मना कर दिया।