गिरोह ने जयपुर में ही 11 लोगों से करीब 2.50 करोड़ रुपए ठग लिए। एटीएस को जांच में ठगी की रकम का आंकड़ा कई करोंड़ों तक पहुंचन की संभावना है। गिरोह के तार थाइलैंड, इंडोनेशिया और अरमेनिया के बदमाशों से जुड़े हुए हैं। इसके चलते एटीएस ने गिरफ्तार आरोपियों के टेरर फडिंग (
terror funding ) से जुड़े होने की संभावना भी जताई है। एटीएस का कहना है कि आरोपियों से आंतवादियो ( Terrorist ) के संबंध के मामले में भी पूछताछ की जा रही है।
महानिदेशक (एटीएस-एसओजी) डा. भूपेंद्र सिंह ( Bupendra Singh ) ने बताया कि फूरेला निवासी प्रहलाद ने मोनिवो नामक कंपनी के खिलाफ धन को दुगना करने के नाम पर 45 लाख रुपए ठग लेने की शिकायत दर्ज करवाई थी। जांच में आरोपियों के अंतरराष्ट्रीय गिरोह से जुड़े होने की जानकारी सामने आने पर गिरफ्तार के मामले में एनआईए और आईबी का भी सहयोग लिया गया। एटीएस टीम ने मंगलवार को जयपुर से विशाल गुप्ता, दिल्ली से विकास चौधरी, शिल्पा शर्मा और गाजियाबाद से महेश शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपी विकास, शिल्पा और महेश को लेकर एटीएस की टीम जयपुर के लिए रवाना हो गई है।
शहर के 11 लोगों से ठगे 2.50 करोड़ एटीएस ने बताया कि गिरोह ने अकले जयपुर में ही 11 प्रॉपर्टी डीलरों से करीब 2.50 करोड़ रुपए हड़प लिए। आरोपियो के ठिकानों से बरामद दस्तावेजों से दिल्ली, गुजरात, गोवा और मुंबई में भी गिरोह की ओर कई लोगों को ठगने की जानकारी सामने आई है।