जयपुर

ब्लैक मार्केटिंग: जयपुर कर्फ्यू के दौरान कुछ विक्रेता कूट रहे चांदी, पुलिस मौजूदगी में ऐसे चल रहा खुली लूट का खेल!

कुछ दूध विक्रेता लोगों की जरूरत का फायदा उठाते भी नजर आए। सरस के दूध की आधा किलो की थैली 25 रुपए में मिलने की शिकायतें सामने आती रहीं।

जयपुरSep 11, 2017 / 11:08 am

Nakul Devarshi

जयपुर के कफ्यूग्रस्त इलाकों में खास समस्या दूध, सब्जी, ब्रेड जैसी रोजमर्रा की चीजों की बनी हुई है। हालांकि सरस डेयरी दूध की कुछ गाडिय़ां भेजकर दूध की उपलब्धता बना रही है लेकिन ये कवायद अपर्याप्त साबित हो रही है। इधर, घरों में कैद लोगों का फ़ायदा उठाकर कुछ विक्रेता पुलिस की मौजूदगी में ज़रुरत के सामानों को कई गुना दामों में बेचकर मुनाफ़ा कमा रहे हैं।
 

रविवार को भी कुछ दूध विक्रेता लोगों की जरूरत का फायदा उठाते भी नजर आए। जिला प्रशासन ने दूध-ब्रेड की सप्लाई तो कराई लेकिन कुछ जगह इसमें भी जनता को लूटने की स्थिति दिखाई दी। सरस के दूध की आधा किलो की थैली 25 रुपए में मिलने की शिकायतें सामने आती रहीं।
 

लोगों का आरोप था कि पुलिसकर्मियों से शिकायत की तो उन्होंने भी झिड़क दिया। हालांकि सीएलजी सदस्य ने सफाई दी कि लोग पचास या सौ का नोट ला रहे थे और छुट्टे पैसे नहीं थे इसलिए ऐसी शिकायतें खड़ी हुईं।
 

सरस डेयरी के अनुसार कर्फ्यूग्रस्त इलाकों में सामान्य दिनों में करीब डेढ़ लाख लीटर दूध की आपूर्ति होती है। रविवार को महज 30 हजार लीटर दूध इन इलाकों में पहुंच पाया। ऐसे में दूध के लिए लंबी कतारें लगी रहीं। जो भी गाडिय़ों पर दूध लेने पहुंचा, उसे आधा किलो की एक या दो थैली दी गई। सब्जी का इंतजाम नहीं हो पाया। गलियों में कोई दुकान थोड़ी देर के लिए खुलवाकर लोगों ने आटे-दाल का इंतजाम किया।

कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्रों में सरकार दूध सहित जरूरत की चीजों का इंतजाम नहीं कर पाई। कई लोग दूध, ब्रेड, बिस्कुट जैसी चीजें पुलिस की मौजूदगी में बांटना चाहते हैं लेकिन इजाजत नहीं दी गई।
– प्रतापसिंह खाचरियावास, शहर जिलाध्यक्ष, कांग्रेस
 

… और यहां टूट रहा प्रशासन-मृतक परिजनों के बीच का गतिरोध
रामगंज थाना क्षेत्र में मृत युवक का लगभग 56 घंटे के बाद कडी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सुपुर्द किया गया। पुलिस उपायुक्त नॉर्थ सत्येन्द्र सिंह ने बताया कि युवक आदिल का पोस्टमार्टम कराने के संबंघ में जिला प्रशासन और युवक के परिजनों के बीच लगभग चार घंटे हुई वार्ता के बाद सहमति बनी। इसके बाद सवेरे शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम किया गया।
 

वार्ता में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी, सार्वजनिक निर्माण मंत्री यूनुस खान सहित वरिष्ठ पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों सहित समुदाय विशेष की समिति के पदाघिकारी शामिल थे। देर रात को मुस्लिम समुदाय की तीन सदस्यीय समिति की कोर कमेटी ने रात एक मसौदा तैयार किया और यूनुस खान और परनामी से मांगों पर सहमति देने के बाद पोस्टमार्टम करने और शव को सुपुर्दे खाक करने पर राजी हुए।
 

जिला प्रशासन और परिजनों के बीच बनी सहमति के अनुसार मृतक के परिजनों को मुआवजे के बारे में हालांकि स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई लेकिन बताया जाता है कि मृतक के परिजनों को अघिक से अघिक राशि देने, युवक के परिजनों को बीपीएल परिवार में शामिल करने, सरकारी योजनाओं का लाभ देने और परिजनों को दूध डेयरी का आवंटन की सहमति बनी। जिला पुलिस प्रशासन ने सहमति बनने के बाद सवेरे सवाई मानसिंह *****्पताल में कडे सुरक्षा प्रबंध किये गए और चारों ओर भारी पुलिस बल तैनात किया गया।

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