रामगंज उपद्रव मामला अभी सुलह की ओर नहीं बढ़ा। लम्बी बातचीत के बाद भी परिजन व उनके प्रतिनिधि शव के पोस्टमार्टम के लिए तैयार नहीं हुए। जिला कलक्टर व पुलिस कमिश्नर की अध्यक्षता में पोस्टमार्टम पर सहमति बनी थी, लेकिन बाद में वे इसके लिए तैयार नहीं हुए। (सभी फोटो: दिनेश डाबी और संजय कुमावत)
अब मुर्दाघर के बाहर ही समझाइश का दौर चल रहा है। वहीं, कुछ लोगों ने सोमवार को मोती डूंगरी रोड पर धरना देने की बात कही है।
पोस्टमार्टम नहीं होने से कर्फ्यू यथावत जारी रहने के आसार हैं। हालांकि अभी तक इसकी घोषणा प्रशासन की ओर से नहीं की गई है। उपद्रव के बाद पुलिस की जवाबी कार्रवाई में आदिल की मौत हो गई थी।
दो दिन से आदिल के अंतिम संस्कार के मामले में वार्ता के दौर चल रहे हैं। अभी तक पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल पूरी कमान सम्भाले हुए थे। इस मामले में रविवार को कलक्टर सिद्धार्थ महाजन भी उपस्थित रहे।
रामगंज थाने पर ही वार्ता के कई दौर चले। परिजन एक करोड़ रुपए व सराकारी नौकरी की मांग कर रहे हैं। वार्ता के दौरान यह बात भी रखी गई कि पुलिस आदिल की मौत के मामले में हत्या की धाराओं में एफआईआर दर्ज करे।
कर्फ्यू हटेगा या इसमें कुछ समय की छूट दी जाएगी। यह सब पोस्टमार्टम के बाद ही तय होगा।
अभी प्रशासन का पूरा ध्यान इस बात पर है कि कैसे पोस्टमार्टम हो।