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जयपुर

कृष्ण जन्मोत्सव का एेसा छाया उल्लास हो गए भाव-विभोर

शहर (jaipur) में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव (Sri Krishna Janmashtami) का उल्लास शुरू हो चुका हैं। शहर के आराध्य गोविंददेवजी मंदिर (govind devji mandir) में भक्ति संगीत (Devotional music) के बीच श्रीकृष्ण लीला साकार हुई तो भक्त भाव-विभोर हो नाचने लगे। सुबह भक्ति संगीत के बीच भक्तों ने भी राग से राग मिलाई और गोविंद का गुणगान किया। गोविंददेवजी मंदिर सहित शहर के अन्य मंदिरों मंे जन्माष्टमी 24 अगस्त को मनाई जाएगी।

जयपुरAug 19, 2019 / 07:07 pm

Girraj Sharma

कृष्ण जन्मोत्सव का एेसा छाया उल्लास हो गए भाव-विभोर

कृष्ण जन्मोत्सव का एेसा छाया उल्लास हो गए भाव-विभोर

कृष्ण जन्मोत्सव का एेसा छाया उल्लास हो गए भाव-विभोर

– शहर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव शुरू
– आराध्य गोविंददेवजी मंदिर में संकीर्तन व कृष्ण लीला

जयपुर। शहर (jaipur) में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव (Sri Krishna Janmashtami) का उल्लास शुरू हो चुका हैं। शहर के आराध्य गोविंददेवजी मंदिर (govind devji mandir) में भक्ति संगीत (Devotional music) के बीच श्रीकृष्ण लीला साकार हुई तो भक्त भाव-विभोर हो नाचने लगे। सुबह भक्ति संगीत के बीच भक्तों ने भी राग से राग मिलाई और गोविंद का गुणगान किया। गोविंददेवजी मंदिर सहित शहर के अन्य मंदिरों मंे जन्माष्टमी 24 अगस्त को मनाई जाएगी। इस दिन मध्यरात्रि में श्रीकृष्ण का जन्माभिषेक होगा। इससे पहले शहर में कृष्ण जन्म का उल्लास नजर आने लग गया है। मंदिरों में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के तहत गोविंददेवजी मंदिर में सोमवार को श्रीराधा गोविंद कृपा प्रभात फेरी मंडल की ओर से संकीर्तन हुआ। मंगलाचरण के बाद वैदिक मंत्रों का उच्चारण करते हुए भजनों से भगवान श्रीराधे गोविंददेवजी को रिझाया गया। कलाकारों ने ‘श्री राधे गोपाल भजमन श्री राधे राधे गोविंदा… भजो राधे गोविंदा भजो राधे गोविंदा… राधे राधे हो राधे राधे गोविंद राधे गोपाल राधे… जैसा संकीर्तन किया तो भक्त भी नाचने लगे। मंदिर में फूल बंगला झांकी सजाई गई। इस दौरान गोविंददेवजी के दर्शनों के लिए मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी।
स्मार्त 23 को व वैष्णव 24 को मनाएंगे श्रीकृष्ण जन्माष्टमी
इस बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी दो दिन मनाई जाएगी। स्मार्त 23 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाएंगे, वहीं वैष्णव 24 अगस्त को श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाएंगे। हालांकि ज्योतिषियों की मानें तो दोनों ही दिन एक साथ श्रीकृष्ण के जन्म जैसे संयोग इस बार नहीं बन रहे हैं। दोनों ही दिन अष्टमी और रोहिणी नक्षत्र का संयोग एक साथ नहीं रहेगा। 23 अगस्त को भगवान कृष्ण के जन्म के समय अष्टमी तिथि, वृष लग्न रहेगा। वृष्ण लग्न रात 11.07 बजे से रात 1.04 मिनट तक रहेगा। इस दिन मध्यरात्रि में अष्टमी तो रहेगी, लेकिन रोहिणी नक्षत्र का संयोग नहीं रहेगा। रोहिणी नक्षत्र रात 3 बजकर 47 मिनट पर आएगा, जो 25 को तडक़े 4 बजकर 16 मिनट तक रहेगा। वहीं 24 अगस्त को मध्यरात्रि में रोहिणी नक्षत्र व वृष लग्न तो रहेगा, लेकिन उस समय अष्टमी का संयोग नहीं रहेगा। इस दिन सुबह 8 बजकर 32 मिनट बाद नवमी तिथि आरंभ हो जाएगी। शहर के आराध्य गोविंददेवजी मंदिर, पुरानी बस्ती स्थित राधा गोपीनाथजी मंदिर, बनीपार्क स्थित राधादामोदरजी मंदिर सहित अन्य मंदिरों में 24 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा। वहीं 25 को नन्दोत्सव मनाया जाएगा।

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