यह धरना नहीं था। अपनी बात को रखने का तरीका था। 14 सूत्रीय मांग पत्र महापौर को सौंप दिया है। उन्होंने 20 दिन में समस्या निस्तारण की बात कही है।
-मीनाक्षी शर्मा, अध्यक्ष, महिला बाल विकास समिति
-नरेंद्र सिंह शेखावत, पार्षद
-महिला एवं बाल विकास समिति की अध्यक्ष मीनाक्षी शर्मा, नरेंद्र सिंह शेखावत, बाबूलाल शर्मा, हरिशंकर बोहरा, रणवीर सिंह, सुरेश जांगिड़, गणेश सिंह, विजेंद्र पाल सिंह, रमेश चंद्र गुप्ता, सुमेर सिंह।
-इसके अलावा धरने की बात सुनकर इतने ही पार्षद नगर निगम में आ गए, लेकिन वे धरने में साथ बैठने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। इसमें दो-तीन तो चेयरमैन भी थे। हालांकि, इन सभी का कहना था कि इन लोगों ने हिम्मत दिखाई है। कोई काम नहीं हो रहे।
-साधारण सभा बुलाई जाए।
-वार्डों में स्ट्रीट लाइटें लगवाई जाएं। जो खराब हैं, उनको सही करवाया जाए।
-सीवरेज सफाई का काम निजी हाथों में देने के बाद काम सही नहीं हो रहा है। इसमें सुधार करवाया जाए।
-सरकारी हूपर दिए जाएं ताकि लोगों की शिकायतों पर उसे कचरा उठाने के लिए भेजा जा सके।
-हाजरीगाह और पार्षदों कार्यालय बनवाए जाएं।
-बरसात की वजह से सड़कें खराब हो गईं। उनको पेचवर्क कर दुरुस्त करवाया जाए।
रतनगढ़ विधायक अभिनेष महर्षि भी सीवरेज की समस्या से परेशान हैं। वैशाली नगर के गुरु जम्वेश्वर नगर में वे रहते हैं। सोमवार को वे भी महापौर कार्यालय में जाकर बैठ गए। इस दौरान वहीं पर महापौर ने लोक वाहन समिति के अध्यक्ष विनोद चौधरी को बुलाया और जल्द समस्या का निस्तारण करने के लिए कहा। बातों ही बातों में महर्षि ने यहां तक कह दिया कि जब तक हमारे घर से सीवरेज सही होने का फोन नहीं आ जाएगा, मैं यहां से नहीं जा सकता। इसके बाद समस्या का निस्तारण हुआ।