scriptवसुंधरा राजे से महापौर विष्णु लाटा की खास मुलाकात, फिर पार्टी में लौटने की चर्चाएं तेज | Jaipur Mayor Vishnu Lata Meet Vasundhara Raje | Patrika News
जयपुर

वसुंधरा राजे से महापौर विष्णु लाटा की खास मुलाकात, फिर पार्टी में लौटने की चर्चाएं तेज

भाजपा कीक्रॉस वोटिंग से बने थे जयपुर महापौर…

जयपुरJan 31, 2019 / 09:38 am

dinesh

raje
जयपुर।

महापौर चुनावों में हुई क्रॉस वोटिंग को लेकर एक तरफ जहां जांच चल ही है, वहीं दूसरी तरफ भाजपा से बागी होकर महापौर बने विष्णु लाटा ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मुलाकात की। वसुंधरा से मंगलवार दोपहर हुई लाटा की इस मुलाकात ने भाजपा में नई चर्चा को जन्म दे दिया है। महापौर के साथ उनके भाई महेश भी थे, उन्हें भी लाटा के साथ ही पार्टी से निष्कासित किया गया है।
सूत्रों के मुताबिक दोनो की मुलाकात करीब आधा घंटे बंद कमरे में हुई। बताया जा रहा है कि लाटा ने साफ कर दिया कि पार्षदों से केवल राय लेने की औपचारिकता निभाई गई, प्रभारियों के पास जो राय पहुंची, उसे आगे संगठन तक सही तरीके से नहीं पहुंचाया गया। इसी वजह से क्रॉस वोटिंग हुई।

मुलाकात के बाद कार्यकर्ताओं में चर्चा शुरू हो गई। नेताओं का कहना है कि लाटा फिर से भाजपा में आना चाहते हैं, लेकिन वसुंधरा राजे की सहमति के साथ। वहीं एक चर्चा यह भी है कि लाटा सांसद का टिकट चाहते हैं और इसी शर्त पर भाजपा में आने के लिए उन्होंने मुलाकात की। उधर, लाटा ने इस बारे में कुछ भी बताने से इनकार किया।
डेमेज कंट्रोल पर फोकस
मामले में भाजपा से बागी हुए और महापौर बने लाटा को उसी दिन पार्टी से निष्कासित करने को लेकर भी चर्चा चल रही है। संगठन के ही कुछ पदाधिकारी इसे जल्दबाजी में किया फैसला बता रहे हैं। उनका तर्क है कि लाटा को निष्कासित करना ही था तो उनके बागी होकर नामांकन भरने के वक्त ही कर देना चाहिए था। महापौर का चुनाव जीतने के कुछ ही घंटे बाद निष्कासन किया गया। कुछ विधायकों ने इसके मुख्य सूत्रधार पार्षदों को भी निष्कासित करने की जरूरत जताई थी। हालांकि, लोकसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी अभी डेमेज कंट्रोल में जुटी है।
चल रही है जांच, रिपोर्ट जल्द
पार्टी ने मामले में जांच के लिए अरुण चतुर्वेदी, सतीश पूनिया व राजेंद्र गहलोत की कमेटी बनाई है। यह कमेटी सम्पूर्ण प्रकरण की जांच कर रही है। कमेटी को रिपोर्ट के लिए सात दिन का समय दिया गया था। एक दो दिन में रिपोर्ट आ सकती है।
– लाटा को निष्कासन का पत्र जारी किया जा चुका है। उनके पास पहुंचा नहीं है, इसकी जानकारी नहीं है। वे पूर्व मुख्यमंत्री से क्यों मिले, इसके बारे में भी ज्यादा जानकारी नहीं है।
मदनलाल सैनी, प्रदेशाध्यक्ष, भाजपा
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो