जयपुर। सर्दी से बेघर लोगों को राहत देने के लिए नगर निगम जयपुर ग्रेटर और हेरिटेज की ओर से शहर में रैन बसेरे (Temporary night shelters) शुरू कर दिए गए है। इन रैन बसेरों में कोविड 19 से बचाव निगम प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ हैै। हालांकि निगम प्रशासन ने इस बार सोशल डिस्टेसिंग की पालना के लिए रैन बसरों की क्षमता के अनुसार उसके आकार को बढ़ाया है। इसके लिए सभी रैन बसेरों का आकार 25 फीसदी तक बढ़ाया है। वहीं रैन बसेरों में सेनेटाइज और मास्क की भी व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए है। रैन बसेरों पर इस बार फस्ट एड किट, मरीजों की देखभाल और नि:शुल्क इलाज की भी व्यवस्था रहेगी। इसकी जिम्मेदारी मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी को सौंपी गई है।
नगर निगम ग्रेटर जयपुर और हैरिटेज जयपुर में 14 स्थानों पर अस्थायी आश्रय स्थल (रैन बसेरे) बनाए गए है। वहीं 14 स्थानों पर निगम के स्थायी आश्रय स्थल संचालित है। रैन बसेरों में मॉनिटरिंग, नियमित सफाई, पानी आदि की व्यवस्था के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय कर दी गई है। आयुक्त ग्रेटर और हैरिटेज ने निर्देश दिए है कि सम्बन्धित प्रभारी अधिकारी नियमित दौरा कर इन रैन बसेरों और आश्रय स्थलों की सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करेंगे। वहीं संबंधित जोन में राजस्व अधिकारियों को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
इन अधिकारियों को सौंपी जिम्मेदारी
— उपायुक्त सतर्कता आश्रय स्थल पर सुरक्षा, ठहरने वाले व्यक्तियों के रिकार्ड संधारण और भोजन बांटने के लिये गार्ड की व्यवस्था करेेंगे।
— लाइट की व्यवस्था अधिशाषी अभियन्ता विद्युत की ओर से की जाएगी।
— आवष्यकतानुसार चल शौचालय और भोजन वितरण के लिये वाहन की व्यवस्था अधिशाषी अभियन्ता गैराज की ओर से की जाएगी।
— टीन शेेड, केबिन, रैन बसेरों में रजाई गद्दे की व्यवस्था राजस्व अधिकारी मुख्यालय की ओर से की जाएगी।
— केयर टेकर की ओर से रैन बसेरों पर पेयजल की व्यवस्था की जाएगी।
— रैन बसेरों की सफाई करने की जिम्मेदारी मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी और सम्बन्धित स्वास्थ्य निरीक्षक की होगी।
— रैन बसेरों पर फस्ट एड किट, मरीजों की देखभाल एवं नि:शुल्क इलाज की जिम्मेदारी मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी की होगी।
— रैन बसेरों पर गीले एवं सूखे कचरे के लिये डस्टबिन की व्यवस्था अधिशाषी अभियन्ता मुख्यालय को करनी होगी।