कर्णावट के नाम के चयन में भी संगठन को तरजीह मिली। संगठन की पैरवी पर ही उन्हें पार्षद का टिकट दिया गया था। महापौर गुर्जर समुदाय, शहर अध्यक्ष और सांसद ब्राह्मण समाज से होने की वजह से पार्टी ने वैश्य समाज के कर्णावट को उप महापौर का पद दिलवाया है। वैश्य समाज ने महापौर पद के लिए सुखप्रीत बंसल की पैरवी की थी, लेकिन संगठन ने सोम्या के नाम पर मुहर लगाई थी। ऐसे में वैश्य समाज को साधने के लिए पार्टी ने कर्णावट को प्रत्याशी बनाया। कर्णावट ने भाजपा के सदस्यता अभियान में महती भूमिका निभाई थी। पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत के करीबी कर्णावट लंबे समय से सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में पार्टी की सेवा कर रहे हैं।
तीन नामों पर चर्चा, तीनों संगठन की पसंद उप महापौर पद के लिए तीन नामों पर चर्चा हुई और तीनों ही पार्षद संघ की पसंद है। या यह कहें कि तीनों को टिकट विधायकों की बजाय संगठन की पसंद के आधार पर ही दिया गया था। जितेंद्र श्रीमाली और दिनेश कांवट के नाम पर भी पार्टी में चर्चा हुई, लेकिन वैश्य समाज की मांग को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने कर्णावट का नाम फाइनल किया।
सरकार को साथ लेकर शहर का विकास करेंगे पदभार ग्रहण करने के बाद कर्णावट ने कहा कि सरकार भले ही कांग्रेस की हो, लेकिन हम ग्रेटर नगर निगम में विकास की धारा बहाएंगे। सरकार को इस काम में साथ लिया जाएगा। उन्होंने शहर की सफाई व्यवस्था के साथ रोड लाइट्स व सभी तरह की शहरी सुविधाएं लोगों को देने का वादा किया। उन्होंने कहा कि भले ही सुरक्षा से हमारा सीधा नाता नहीं हो, लेकिन हम शहरभर में सीसीटीवी कैमरे लगाएंगे, ताकि शहर की गतिविधियों पर पूरी नजर रखी जा सके।