जिला प्रशासन जयपुर की ओर से शहर में 25 नामांकन स्थलों पर सुबह 10:30 बजे से दोपहर 3 बजे तक हजारों उम्मीदवारों ने पत्र दाखिल किया। कोविड—19 संक्रमण के कारण शहर में धारा 144 होने के कारण रैलियां तो नहीं नजर आई, लेकिन नामांकन स्थलों के अंदर उम्मीदवारों की नासमझी और प्रशासन की लापरवाही के कारण कोरोना फैलने का डर लगातार बना रहा है। उम्मीदवार अपने आवेदन के साथ कतार में सटे—सटे खड़े रहे।
परिसर में प्रवेश को लेकर बेरोक—टोक
सभी नामांकन स्थलों पर प्रत्यार्शियों के साथ समर्थकों के प्रवेश को लेकर अलग—अलग स्थिति बनी रही। सिविल लाइंस नगर निगम जोन कार्यालय और जिला परिषद जयपुर कार्यालय में तो एक प्रत्याशी के साथ एक ही व्यक्ति को प्रवेश दिया गया। वहीं, जिला कलेक्ट्रेट परिसर, पंचायत समिति झोटवाडा कार्यालय के रिटर्निंग अधिकारी कार्यालयों में खुली छूट जैसी स्थिति बनी रही।
सभी नामांकन स्थलों पर प्रत्यार्शियों के साथ समर्थकों के प्रवेश को लेकर अलग—अलग स्थिति बनी रही। सिविल लाइंस नगर निगम जोन कार्यालय और जिला परिषद जयपुर कार्यालय में तो एक प्रत्याशी के साथ एक ही व्यक्ति को प्रवेश दिया गया। वहीं, जिला कलेक्ट्रेट परिसर, पंचायत समिति झोटवाडा कार्यालय के रिटर्निंग अधिकारी कार्यालयों में खुली छूट जैसी स्थिति बनी रही।
दो नामांकन स्थल, कतार एक ही
पंचायत समिति झोटवाड़ा कार्यालय में नगर निगम ग्रेटर के वार्ड संख्या 31 से 40 और 41 से 50 के आवेदन लिए गए। यहां पर दोनों ही रिटर्निंग अधिकारी एक ही भवन के आमने—सामने दो कक्षों में बैठे। इससे पुलिस प्रशासन को मजबूरन एक ही कतार से प्रवेश देना पडा। इसके चलते कोरोना संक्रमण का डर लोगों में बना रहा।
पंचायत समिति झोटवाड़ा कार्यालय में नगर निगम ग्रेटर के वार्ड संख्या 31 से 40 और 41 से 50 के आवेदन लिए गए। यहां पर दोनों ही रिटर्निंग अधिकारी एक ही भवन के आमने—सामने दो कक्षों में बैठे। इससे पुलिस प्रशासन को मजबूरन एक ही कतार से प्रवेश देना पडा। इसके चलते कोरोना संक्रमण का डर लोगों में बना रहा।
सोशल डिस्टेंसिंग ना आरओ कक्ष में, ना बाहर
जिला परिषद, जिला कलेक्ट्रेट, सिविल लाइन जोन, झोटवाडा पंचायत समिति सहित लगभग हर स्थलों पर लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग नहीं रखी। ऐसी स्थिति रिटर्निंग अधिकारियों के कक्षों में भी नजर आई। हालांकि सिविल लाइन जोन कार्यालय में कार्मिकों ने टोकन, रसीद और आवेदन दाखिल करने की अलग—अलग जगह बनाने से काम आसान कर दिया।
जिला परिषद, जिला कलेक्ट्रेट, सिविल लाइन जोन, झोटवाडा पंचायत समिति सहित लगभग हर स्थलों पर लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग नहीं रखी। ऐसी स्थिति रिटर्निंग अधिकारियों के कक्षों में भी नजर आई। हालांकि सिविल लाइन जोन कार्यालय में कार्मिकों ने टोकन, रसीद और आवेदन दाखिल करने की अलग—अलग जगह बनाने से काम आसान कर दिया।
मुददे में पानी, बिजली और रोड
नामांकन करने आए उम्मीदवारों से बातचीत में उन्होंने बताया कि विकास की प्राथमिकताओं में पानी की निरंतर सप्लाई कराएं। बिजली के तारों को अंडरग्राउंड कराए। साथ ही सडकों का निर्माण कराना प्राथमिकता है।
नामांकन करने आए उम्मीदवारों से बातचीत में उन्होंने बताया कि विकास की प्राथमिकताओं में पानी की निरंतर सप्लाई कराएं। बिजली के तारों को अंडरग्राउंड कराए। साथ ही सडकों का निर्माण कराना प्राथमिकता है।