मामले को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया का दावा है कि 70 फीसदी बागियों को समझाइश के जरिए राजी कर लिया गया है। हमारी अनुशासन समिति भी सक्रिय है और सब पर नजर बनाए हुए हैं। ऐसे में साफ है कि जो नामांकन वापस नहीं लेगा उसके खिलाफ पार्टी की ओर से अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि जयपुर की दोनों नगर निगम में भाजपा से बागी होकर 67 कार्यकर्ताओं ने नामांकन दाखिल किया है। इसमें कई कार्यकर्ता ऐसे हैं जो जीत का दावा भी कर रहे हैं। पार्टी भी किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहती, इसलिए समझाइश के जरिए इन्हें मनाने में जुटी है।
कुसुम यादव पर असमंजस बरकरार हैरिटेज के वार्ड 74 से भाजपा के टिकट को लेकर असमंजस बरकरार है। मुन्नी देवी का सिम्बल स्वीकार हो चुका है और भाजपा की ओर से वह अधिकृत प्रत्याशी हैं। वहीं यादव ने निर्दलीय के रूप में अपना पर्चा दाखिल कर रखा है। मुन्नी देवी के नामांकन को वापस लेने के संबंध में अभी तक पार्टी कोई निर्णय नहीं कर पाई है। अगर उनका नामांकन वापस लिया जाता है तो प्रदेश में यह पहला मामला होगा, जब अधिकृत प्रत्याशी का नामांकन वापस लिया गया हो।