हैरिटेज व ग्रेटर दोनों नगर निगमों ने नवगठित 11 जोनों के हिसाब बूस्टर पम्प खरीदे जाएंगे। हर जोन को एक-एक बूस्टर पम्प मिलेगा। इस बूस्टर पम्प की लागत 10-11 लाख रुपए होगी। नगर निगम इनकी खरीद पर करीब 1.10 करोड़ रुपए खर्च करेगा। बूस्टर पम्प आने के बाद फायर बिग्रेड को नियमित सेनेटाइजेशन के काम में नहीं लगया जाएगा। केवल इमरजेंसी होने पर ही फायर बिग्रेड सेनेटाइजेशन का काम करेगी। आगामी एक सप्ताह के भीतर बूस्टर पम्प का डेमो किया जाएगा। डेमो में उचित पाए जाने के बाद ही खरीद होगी।
शहर में पिछले 50 दिनों से कोरोना वायरस का असर कम करने के लिए करीब 40 फायर बिग्रेड सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव कर रही हैं। दो महीने से केमिकल का छिड़काव करने के कारण अब फायर बिग्रेड खराब होने लग गई हैं। केमिकल को दूर तक फेंकने के लिए काम में आने वाली गन खराब हो रही है। गाडिय़ों के टैंक में जंग लगने के साथ-साथ लीकेज होने लग गया है। वर्तमान में परकोटे के सभी द्वारों पर फायर बिग्रेड लगी हुई है। इसके अतिरिक्त औद्योगिक क्षेत्रों में सात फायर बिग्रेड लगा रखी है। फायर बिग्रेड का मूल काम आग बुझाने का है। अगर फायर बिग्रेड खराब हो गई तो आपात स्थिति में आग पर काबू पाना मुश्किल भरा हो सकता है। इसे देखते हुए ही बूस्टर पम्प खरीदने का निर्णय लिया गया है।
– सेनेटाइजेशन के लिए दूसरे विकल्प तलाश रहे हैं। जल्द ही नई मशीनें खरीदी जाएंगी। उनसे नियमित सेनेटाइजेशन का काम किया जाएगा।
– विजय पाल सिंह, आयुक्त, नगर निगम