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जयपुर

यह कैसी सख्ती, बच्चों पर एफआईआर तो बड़ों को दे रहे खुली छूट!

नगर निगम का दोहरा रवैया : अवैध पोस्टर-बैनर पर किया था केस, अब नेताओं ने बदरंग किया शहर तो जिम्मेदार मौन

जयपुरSep 11, 2018 / 10:31 am

Mridula Sharma

jaipur

यह कैसी सख्ती, बच्चों पर एफआईआर तो बड़ों को दे रहे खुली छूट!

जयपुर. छात्रसंघ चुनाव के दौरान शहर को बदरंग करने वाले छात्र नेताओं पर एफआईआर कराने वाले नगर निगम ने बड़े नेताओं पर कार्रवाई करने से मुंह फेर लिया है। शहर की वीआईपी रोड जेएलएन मार्ग से लेकर स्टेच्यू सर्कल, आदर्शनगर, सरदार पटेल मार्ग सहित कई मुख्य सड़कों को अवैध तरीके से बैनर-होर्डिंग लगाकर बदरंग कर दिया गया है। विधायकों, भाजपा शहर अध्यक्ष सहित अन्य नेताओं के फोटो वाले इन होर्डिंग को लेकर मामला दर्ज कराना तो दूर, नगर निगम ने इन्हें हटाने की कार्रवाई भी नहीं की। इससे निगम प्रशासन का दोहरा रवैया सामने आ रहा है। महापौर ने शहर को बदरंग करने के मामले में सम्पत्ति विरूपण निवारण अधिनियम के तहत 16 छात्र नेताओं सहित कई छात्रों की सूची राजस्थान विवि के कुलपति को भेजी थी। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इसके अलावा उच्च शिक्षा मंत्री को पत्र लिखा गया। हालांकि इस अधिनियम के तहत उन मामलों में कार्रवाई की जाती है, जिसमें सम्पत्ति पर पोस्टर चस्पा कर बदरंग किया गया हो।
इन छात्र नेताओं पर दर्ज कराई थी एफआईआर
नगर निगम ने सूची में राहुल मीणा, महेश सामोता, रणवीर सिंह, अरुण शर्मा, सौरभ भांकर, संध्या सुथार, मुकेश चौधरी, विक्रम गोदारा, उत्तम चौधरी, मुकेशकुमार मेघवंशी, संजय माचैड़ी, गौरव यादव, मानवेन्द्र बुड़ानिया, राकेश चौधरी, हेमंत मीणा, उत्तर चौधरी का नाम अंकित किया था। इसके बाद एबीवीपी से अध्यक्ष पद के प्रत्याशी राजपाल चौधरी और एनएसयूआइ के रणवीर सिंघानिया के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए पत्र भेजा गया।


बैन है, फिर भी लगा दिए
जेएलएन मार्ग पर विद्युत पोल पर किसी भी तरह का होर्डिंग नहीं लगाया जा सकता। इसी कारण नगर निगम ने ऐसी साइट को नीलामी में भी नहीं ले रखा है। इसके बावजूद यहां धड़ल्ले से बनैर-होर्डिंग लगा दिए गए। ऐसे लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने से लेकर पेनल्टी लगाने का प्रावधान है। एबीवीपी अध्यक्ष पद के प्रत्याशी राजपाल चौधरी ने इस बारे में कहा, कार्रवाई केवल छात्र नेताओं पर क्यों, सभी को समान रूप से देखना चाहिए। वहीं एनएसयूआई अध्यक्ष प्रत्याशी रणवीर सिंघानिया ने कहा कि सभी पर समान रूप से कार्रवाई होनी चाहिए। नगर निगम ने छात्र नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है तो दूसरों को छोडऩ़े का क्या मतलब? जबकि हमारे कार्यकर्ताओं ने तो बैनर हटा दिए थे।

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