नगर निगम ने सूची में राहुल मीणा, महेश सामोता, रणवीर सिंह, अरुण शर्मा, सौरभ भांकर, संध्या सुथार, मुकेश चौधरी, विक्रम गोदारा, उत्तम चौधरी, मुकेशकुमार मेघवंशी, संजय माचैड़ी, गौरव यादव, मानवेन्द्र बुड़ानिया, राकेश चौधरी, हेमंत मीणा, उत्तर चौधरी का नाम अंकित किया था। इसके बाद एबीवीपी से अध्यक्ष पद के प्रत्याशी राजपाल चौधरी और एनएसयूआइ के रणवीर सिंघानिया के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए पत्र भेजा गया।
बैन है, फिर भी लगा दिए
जेएलएन मार्ग पर विद्युत पोल पर किसी भी तरह का होर्डिंग नहीं लगाया जा सकता। इसी कारण नगर निगम ने ऐसी साइट को नीलामी में भी नहीं ले रखा है। इसके बावजूद यहां धड़ल्ले से बनैर-होर्डिंग लगा दिए गए। ऐसे लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने से लेकर पेनल्टी लगाने का प्रावधान है। एबीवीपी अध्यक्ष पद के प्रत्याशी राजपाल चौधरी ने इस बारे में कहा, कार्रवाई केवल छात्र नेताओं पर क्यों, सभी को समान रूप से देखना चाहिए। वहीं एनएसयूआई अध्यक्ष प्रत्याशी रणवीर सिंघानिया ने कहा कि सभी पर समान रूप से कार्रवाई होनी चाहिए। नगर निगम ने छात्र नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है तो दूसरों को छोडऩ़े का क्या मतलब? जबकि हमारे कार्यकर्ताओं ने तो बैनर हटा दिए थे।