इनके पास विद्युत कनेक्शन भी नहीं
पृथ्वीराज नगर में बिना पट्टे के विद्युत कनेक्शन पर रोक है। 2013 से उच्च न्यायालय के आदेश के बाद यह रोक लगी हुई है। जगदम्बा नगर विकास समिति के अध्यक्ष अनिल माथुर ने इस मामले में नगरीय विकास विभाग के अधिकारियों को पत्र लिखकर इस रोक को हटाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि जेवीवीएनएल की ओर से पहले ही रोक हटाने के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र पेश किया जा चुका है।
पृथ्वीराज नगर में बिना पट्टे के विद्युत कनेक्शन पर रोक है। 2013 से उच्च न्यायालय के आदेश के बाद यह रोक लगी हुई है। जगदम्बा नगर विकास समिति के अध्यक्ष अनिल माथुर ने इस मामले में नगरीय विकास विभाग के अधिकारियों को पत्र लिखकर इस रोक को हटाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि जेवीवीएनएल की ओर से पहले ही रोक हटाने के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र पेश किया जा चुका है।
एक शहर में दो नियम
—पृथ्वीराज नगर में पट्टे जारी करने के लिए नगरीय विकास विभाग ने तीन फरवरी 2015 को अधिसूचना जारी की। इसके अनुसार 132 किलोवाट लाइन के नीचे 45 फीट का सेफ्टी कॉरिडोर और दोनों और 30—30 फीट की सड़क का प्रावधान है। वहीं, 220 किलोवाट की हाईटेंशन लाइन के नीचे 60 फीट का सेफ्टी कॉरिडोर के बाद 30—30 फीट सड़क का प्रावधान है। ऐसे में 105 और 120 फीट की रोड पर पट्टे दिए जा रहे हैं। इस नियम से कई लोगों के भूखंड तक नहीं बच रहे हैं। जबकि, मौके पर कई लोगों ने मकान बना रखे हैं।
—चित्रकूट में 80 फीट की रोड पर पट्टे जारी किए गए हैं। इसी में 10 फीट का सेफ्टी कॉरिडोर भी है। वहीं, विद्वुत नगर में 60 फीट की रोड पर पट्टे जारी किए हैं।
—वहीं, वैशाली नगर, श्याम नगर, राम नगर, मानसरोवर, लाल कोठी सहित अन्य इलाकों में बिना सेफ्टी कॉरिडोर ही नहीं है।