गौरतलब है कि छोटी काशी में सदियों से गणगौर का त्योहार बड़े धूम-धाम से मनाया जाता है। इस दिन सुहागिनें अपने पति की लम्बी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं और मंगल गीत गाती हैं, लेकिन इस बार न तो गणगौर के गीत सुनाई दे रहे हैं और न ही महिलाएं दूब लेने के लिए पार्कों में नजर आ रही हैं। हालांकि गणगौर के दिन महिलाओं की भीड़ की आशंका के चलते एडिशनल डीसीपी सुनीता मीणा ने सभी महिलाओं से गुजारिश की है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से खुद को व परिवार को सुरक्षित रखते हुए सभी महिलाएं विडियो कॉलिंग के माध्यम से गणगौर पूजन करें व कथा सुनें। केवल अपने घर में ही पूजन करें, मोहल्ले या आस—पास किसी दूसरे घर में जाकर पूजा करने से परहेज रखें। परिवार की सभी महिलाएं भी एक मीटर की दूरी बनाकर गणगौर के गीतों को एन्जॉय करें, लेकिन ढोलक व हार्मोनियम का प्रयोग ना करते हुए केवल मोबाइल पर आॅनलाइन गणगौर गीतों का आनन्द लेकर पूजा करें। उन्होंने कहा कि जिस तरह करवा चौथ का व्रत विडियो कॉलिंग या फोटो के जरिए खोला जा सकता है, वैसे ही गणगौर की पूजा भी विडियो कॉलिंग के माध्यम से की जा सकती है।