वे नहीं चाहते, हम खेलें इन खिलाड़ियों ने बताया, शायद सरकार और जिम्मेदार नहीं चाहते कि हम खेलें लेकिन खेलेंगे और पदक भी लाएंगे। हमें मैदान तक नहीं मिल रहा। अभ्यास में भी खासा संघर्ष करना पड़ रहा है। आए दिन कोई न कोई खिलाड़ी लहुलूहान होकर घर लौटता है। खेल के इतने बड़े मैदान में हमें एक कोना तक नहीं दिया जा रहा।
मैदान हम बना लेंगे निजी कोच रमेश सिंह ने बताया, 2007 से मैदान के लिए संघर्षरत हैं। मंत्रियों से लेकर क्रीड़ा परिषद के चैयरमैन तक सभी को ज्ञापन दिए। आखिर बास्केटबॉल मैदान पर खेलने की इजाजत मिली लेकिन डेढ़ साल पहले वहां सेे भी हटा दिया गया। तब से सड़क पर अभ्यास कर रहे हैं। सरकार केवल जगह दे दे, मैदान हम अपने खर्च पर तैयार कर लेंगे।
कई खिलाड़ी जख्मी वर्ल्डकप में पदक विजेता प्रतिभा पारीक ने बताया, इन दिनों वर्ल्डकप की तैयारी कर रही हूं। रोड पर गड्ढे हो रखे हैं। ऐसे में जरा सी स्पीड में भी बैलेंस बिगड़ जाता है। कई खिलाड़ी घायल हो चुके हैं। वल्र्डकप में पदक विजेता प्रतिभा पारीक ने बताया, इन दिनों वर्ल्डकप की तैयारी कर रही हूं। रोड पर गड्ढे हो रखे हैं। ऐसे में जरा सी स्पीड में भी बैलेंस बिगड़ जाता है। कई खिलाड़ी घायल हो चुके हैं।
ये कर रहे अभ्यास 04 वल्र्डकप खेल चुके हैं यहां अभ्यास करने वाले खिलाड़ी। प्रतिभा पारीक व रिंकू सोनी, अशोक सिंगोरिया, राजेंद्र सिंगाडिय़ा हैं वल्र्डकप मैडलिस्ट। रितिका झालानी एशियन गोल्ड मैडलिस्ट, भारतीय रोलबॉल टीम की कप्तान भी रह चुकीं।
नेहा खंडेलवाल एशियन मैडलिस्ट, दिशा मांजू साउथ एशियन गोल्ड मैडलिस्ट व उर्वशी शर्मा हाल ही एशियन गोल्ड मैडलिस्ट व मैन ऑफ द सीरीज रही हैं।